$$1 \mathrm{~kg}$$ द्रव्यमान एवं $$\mathrm{R}$$ त्रिज्या का एक गोलीय पिण्ड क्षैतिज समतल पर $$\omega$$ कोणीय चाल से लुढ़क रहा है (चित्र में दर्शाये अनुसार)। मूल बिंदू $$\mathrm{O}$$ के सापेक्ष, पिण्ड के कोणीय संवेग का परिमाण $$\frac{\mathrm{a}}{3} \mathrm{R}^{2} \omega$$ है। $$\mathrm{a}$$ का मान होगा :
किसी $$44.8$$ लीटर की नियत क्षमता वाले बेलनाकार बर्तन (सिलैण्डर) में मानक ताप एवं दाब पर हीलियम गैस भरी हुई है। सिलैण्डर के अन्दर की गैस के तापमान को $$20.0^{\circ} \mathrm{C}$$ बढ़ाने के लिए, ऊष्मा की आवश्यक मात्रा होगी :
(गैस नियतांक $$\mathrm{R}=8.3 \,\,\mathrm{JK}^{-1}-\mathrm{mol}^{-1}$$ )
नीचे दो कथन दिये गये हैं, इनमें से एक को अभिकथन $$\mathbf{A}$$ तथा दूसरे को कारण $$\mathbf{R}$$ द्वारा निरूपित किया गया है।
अभिकथन $$\mathbf{A}$$ : यदि आपतित विकिरण की ऊर्जा धातु के कार्य फलन से कम है, तो प्रकाश-विद्युत प्रभाव नहीं होगा।
कारण $$\mathbf{R}$$ : यदि आपतित विकिरण की ऊर्जा धातु के कार्यफलन के बराबर है तो प्रकाशीय इलैक्ट्रॉन (फोटो इलैक्ट्रान ) की गतिज उर्जा शून्य होगी।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिए गये विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनिए।
एक श्रेणीबर्ध LCR परिपथ के लिए, I बनाम $$\omega$$ वक्र चित्र में प्रदर्शित है :
(a) $$\omega_{\mathrm{r}}$$ के बायें में, परिपथ मुख्यत: धारतीय (कैपेसिटिव) है।
(b) $$\omega_{\mathrm{r}}$$ के बायें में, परिपथ मुख्यत: प्रेरकीय (इनडक्टिव) है।
(c) $$\omega_{\mathrm{r}}$$ पर, परिपथ की प्रतिबाधा परिपथ के प्रतिरोध के बराबर होगी।
(d) $$\omega_{\mathrm{r}}$$ पर, परिपथ की प्रतिबाधा शून्य होगी।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनिए।
एक $$2 \mathrm{~kg}$$ भार वाला धातु का गुटका स्थिर अवस्था में किसी घर्षण रहित समतल पर रखा है (चित्र में दर्शाये अनुसार)। एक पानी की बौछार इस गुटके पर मारी जाती है जो कि एक जैट से $$1 \mathrm{kgs}^{-1}$$ की दर एवं $$10 \mathrm{~ms}^{-1}$$ की चाल से छोड़ी जा रही है। तो, गुटके का प्रारम्भिक त्वरण $$\mathrm{ms}^{-2}$$ में होगा :
किसी पृष्ठ पर एक बल्ब से आपतित प्रकाश की तीव्रता $$0.22 \mathrm{~W} / \mathrm{m}^{2}$$ है। इस प्रकाश तरंग में निहित चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम ________ $$\times 10^{-9} \mathrm{~T}$$ होगा।
(दिया है। प्रकाश की गति $$\mathrm{c}=3 \times 10^{8} \mathrm{~ms}^{-1}$$ मुक्त स्थान की परावैद्युतांक $$\epsilon_{0}=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^{2} \mathrm{~N}^{-1}-\mathrm{m}^{-2}$$ )
दिए गए चित्रानुसार, दो पट्टियों $$\mathrm{A}$$ और $$\mathrm{B}$$ जिनकी ऊष्मीय चालकताएँ क्रमश: $$\mathrm{K}$$ और $$2 \mathrm{~K}$$ है, को जोड़कर एक मिश्रित पट्टी बनाई गई है। दोनों पट्टियों की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $$120 \mathrm{~cm}^{2}$$ एकसमान है एवं उनकी मोटाई क्रमश:
$$4.0 \mathrm{~cm}$$ एवं $$2.5 \mathrm{~cm}$$ है। यदि मिश्रित पट्टी की तुल्य ऊष्मीय चालकता $$\left(1+\frac{5}{\alpha}\right) \mathrm{K}$$ है, तो $$\alpha$$ का मान होगा ______________.
एक दिए हुए तार में प्रवाहित धारा एवं आरोपित विभव के बीच के परिवर्तनों को चित्र में प्रदर्शित किया गया है। तार की लम्बाई $$31.4 \mathrm{~cm}$$ है। तार का व्यास $$2.4 \mathrm{~cm}$$ मापा गया है। इस तार की प्रतिरोधकता $$x \times 10^{-3} \,\Omega \mathrm{cm}$$ मापी जाती है। x का मान _______ है। [लेना $$\pi$$ = 3.14]