दो प्रतिरोधों $$R_{1}=X \Omega$$ तथा $$R_{2}=1 \Omega$$ को चित्रानुसार एकसमान प्रतिरोधकता के एक तार $$A B$$ से संयोजित किया जाता है। तार की त्रिज्या इसके अक्ष के अनुदिश $$A$$ पर $$0.2 \mathrm{~mm}$$ से $$B$$ पर $$1 \mathrm{~mm}$$ तक रेखीय रूप से परिवर्तित होती है। इसके अक्ष के अनुदिश प्रत्येक सिरे से $$50 \mathrm{~cm}$$ पर, तार के केन्द्र से संयोजित एक गैल्वेनोमीटर (G) शून्य विक्षेप दर्शाता है जब $$A$$ तथा $$B$$ को बैटरी से संयोजित किया जाता है। $$X$$ का मान ____________ है।
$$n$$ एक समान भाग के अभिविन्यास पर विचार कीजिए, प्रत्येक भाग में तीन परतें हैं। प्रथम परत ऊँचाई $$h=\frac{1}{3} \mathrm{~cm}$$ का वायु स्तम्भ है, तथा द्वितीय तथा तृतीय परत समान मोटाई $$d=\frac{\sqrt{3}-1}{2} \mathrm{~cm}$$, तथा अपवर्तनांक क्रमश: $$\mu_{1}=\sqrt{\frac{3}{2}}$$ तथा $$\mu_{2}=\sqrt{3}$$ की परते है। एक प्रकाशित स्रोत $$O$$ को चित्रानुसार प्रथम भाग के शीर्ष पर रखा जाता है। प्रकाश की एक किरण $$O$$ से अभिलम्ब से $$\theta=60^{\circ}$$ के कोण पर प्रथम भाग की द्वितीय परत पर आपतित होती है। $$n$$ के विशिष्ट मान के लिए, प्रकाश की किरण चित्रानुसार अभिविन्यास के आधार से दूरी $$I=\frac{8}{\sqrt{3}} \mathrm{~cm}$$ से निर्गत होती है। $$n$$ का मान ____________ है।
एक आवेश $$q$$; ऊँचाई $$h$$ तथा आधार त्रिज्या $$R$$ के एक उल्टे शंकु तथा $$R$$ त्रिज्या के एक अर्द्ध गोले से मिलकर बनी एक बंद पृष्ठ द्वारा चित्रानुसार परिबद्ध है। शंक्वाकार पृष्ठ से गुजरने वाला विद्युत फ्लक्स $$\frac{n q}{6 \varepsilon_{0}}$$ (SI मात्रकों में) है। $$n$$ का मान _____________ है
एक वस्तु तथा फोकस दूरी $$f=10 \mathrm{~cm}$$ का एक अवतल दर्पण दोनों नियत चालों से दर्पण के मुख्य अक्ष के अनुदिश गति करते हैं। वस्तु प्रयोगशाला तंत्र के सापेक्ष दर्पण की ओर चाल $$V_{0}=15 \mathrm{~cm} \mathrm{~s}^{-1}$$ से गति करती है। दिये गये क्षण पर वस्तु तथा दर्पण के मध्य दूरी को $$u$$ द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। जब $$u=30 \mathrm{~cm}$$, तब दर्पण की चाल $$V_{m}$$ इस प्रकार है कि प्रतिबिंब प्रयोगशाला तंत्र के सापेक्ष तात्क्षणिक विराम पर होता है, तथा वस्तु एक वास्तविक प्रतिबिंब निर्मित करती है। $$V_{m}$$ का परिमाण ____________ $$\mathrm{cm} \,\mathrm{s}^{-1}$$ है।
चित्र में, आंतरिक (छायांकित) क्षेत्र $$A$$ त्रिज्या $$r_{A}=1$$ के एक गोले को प्रदर्शित करता है जिसके अंदर स्थिरवैद्युत आवेश घनत्व केन्द्र से त्रिज्य दूरी $$r$$ के साथ $$\rho_{A}=k r$$ के अनुसार परिवर्तित होता है, जहाँ $$k$$ धनात्मक है। बाह्य त्रिज्या $$r_{B}$$ के गोलीय कोश $$B$$ में, स्थिरवैद्युत आवेश घनत्व $$\rho_{B}=\frac{2 k}{r}$$ के अनुसार परिवर्तित होता है। माना विमाओं को ध्यान में रखा जाता है। सभी भौतिक राशियाँ अपने $$\mathrm{SI}$$ मात्रकों में हैं।
निम्न में से कौनसा/कौनसे कथन सही है/हैं?
चित्रों में दर्शाये गये परिपथ-1 तथा परिपथ-2 में, $$R_{1}=1 \Omega, R_{2}=2 \Omega$$ तथा $$R_{3}=3 \Omega$$ है। $$P_{1}$$ तथा $$P_{2}$$ परिपथ-1 तथा परिपथ-2 में शक्ति व्यय है जब स्विच $$S_{1}$$ तथा $$S_{2}$$ क्रमशः खुली स्थितियों में हैं। $$Q_{1}$$ तथा $$Q_{2}$$ परिपथ-1 तथा परिपथ-2 में शक्ति व्यय है जब स्विच $$S_{1}$$ तथा $$S_{2}$$ क्रमश: बंद स्थितियों में हैं।
निम्नलिखित में से कौनसा/कौनसे कथन सही है/हैं?
एक बुलबुले का पृष्ठ तनाव $$S$$ है। बुलबुले के अंदर आदर्श गैस की विशिष्ट ऊष्माओं का अनुपात $$\gamma=\frac{5}{3}$$ है। बुलबुले को वायुमण्डल में अनावरित किया जाता है तथा यह सदैव अपनी गोलाकार आकृत्ति बनाये रखता है। जब वायुमण्डलीय दाब $$P_{a 1}$$ है, तब बुलबुले की त्रिज्या $$r_{1}$$ ज्ञात होती है तथा परिबद्ध गैस का ताप $$T_{1}$$ है। जब वायुमण्डलीय दाब $$P_{a 2}$$, तब बुलबुले की त्रिज्या तथा परिबद्ध गैस का ताप क्रमश: $$r_{2}$$ तथा $$T_{2}$$ हैं।
निम्नलिखित में से कौनसा/कौनसे कथन सही है/हैं?
एकसमान धनात्मक आवेश घनत्व $$\sigma$$ तथा त्रिज्या $$R$$ की एक डिस्क को $$x y$$ तल पर इस प्रकार रखा जाता है कि इसका केन्द्र मूल बिंदु पर होता है। $$z$$-अक्ष के अनुदिश कूलॉम विभव है
$$V(z) = {\sigma \over {2{ \in _0}}}\left( {\sqrt {{r^2} + {z^2}} - z} \right)$$
धनात्मक आवेश $$q$$ के एक कण को प्रारंभ में विराम पर $$z$$-अक्ष पर किसी बिंदु पर इस प्रकार रखा जाता है कि $$z=z_{0}$$ तथा $$z_{0} > 0$$ है। कूलॉम बल के साथ, कण एक ऊर्ध्वाधर बल $$\vec{F}=-c \hat{k}$$ जहाँ $$c > 0$$ अनुभव करता है। माना $$\beta=\frac{2 c \in_{0}}{q \sigma}$$ है। निम्नलिखित में से कौनसा/कौनसे कथन सही है/हैं?
चित्र में एक द्विस्लिट समंजन दर्शाया गया है। कोई एक स्लिट अपवर्तनांक $$n_{2}$$ के माध्यम 2 में है। अन्य स्लिट अपवर्तनांक $$n_{1}\left(\neq n_{2}\right)$$ के अन्य माध्यम 1 के साथ इस माध्यम के अंतराफलक पर है। स्लिटों को जोड़ने वाली रेखा अंतराफलक के लम्बवत् है तथा स्लिटों के मध्य दूरी $$d$$ है। स्लिटों की चौड़ाई $$d$$ से बहुत कम है। एकलवर्णीय समांतर प्रकाश पुंज माध्यम 1 से स्लिटों पर आपतित होता है। एक संसूचक को स्लिटों से अत्यधिक दूरी पर तथा इन्हें जोड़ने वाली रेखा से $$\theta$$ कोण पर माध्यम 2 में इस प्रकार रखा जाता है कि $$\theta$$ पुंज के अपवर्तन कोण के बराबर होता है। माना स्लिटों से दो लगभग समांतर किरणें संसूचक द्वारा प्राप्त की जाती है।
निम्नलिखित में से कौनसा/कौनसे कथन सही है / हैं?
दिये गये $$P$$-$$V$$ आरेख में, एकलपरमाणुक गैस $$\left(\gamma=\frac{5}{3}\right)$$ को पहले अवस्था $$A$$ से अवस्था $$B$$ तक रूद्धोष्म रूप से संपीडित किया जाता है। फिर यह अवस्था $$B$$ से अवस्था $$C$$ तक समतापीय रूप से प्रसारित होती है। [दिया है: $$\left(\frac{1}{3}\right)^{0.6} \simeq 0.5, \ln 2 \simeq 0.7$$ ].
निम्नलिखित में से कौनसा/कौनसे कथन सही है/हैं?
$$R$$ त्रिज्या की एक पतली एकसमान डिस्क $$A$$ के समतल पृष्ठ को क्षैतिज मेज से चिपकाया जाता है। द्रव्यमान $$M$$ तथा समान त्रिज्या $$R$$ की अन्य पतली एकसमान डिस्क $B$ चित्रानुसार $$A$$ की परिधी पर बिना फिसले लुढ़कती है। $$B$$ का समतल पृष्ठ भी मेज के तल पर स्थिथ है। $$A$$ के केन्द्र से गुजरने वाले ऊर्ध्वाधर अक्ष के सापेक्ष $$B$$ के द्रव्यमान केन्द्र की नियत कोणीय चाल $$\omega$$ है। $$A$$ के केन्द्र के सापेक्ष $$B$$ का कोणीय संवेग $$n M \omega R^{2}$$ हैं। निम्नलिखित में से कौनसा $$n$$ का मान है?
एक स्क्रू-गेज का प्रयोग करते हुए किसी तार के अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल का मापन किया जाता है। मुख्य पैमाने का चुड़ी अंतराल $$0.5 \mathrm{~mm}$$ है। वृत्तीय पैमाने में $$100$$ प्रभाग है तथा वृत्तीय पैमाने के एक पूर्ण घूर्णन के लिए, मुख्य पैमाना दो प्रभागों द्वारा विस्थापित होता है। मापे गये पाठ्यांक नीचे दिये गये हैं।
मापन स्थिति | मुख्य पैमाना पाठ्यांक | वृत्तीय पैमाना पाठ्यांक |
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गेज की दोनों भुजायें बिना तार के एक दूसरे से स्पर्श कर रही ह | 0 प्रभाग | 4 प्रभाग |
प्रयास-1: तार के साथ | 4 प्रभाग | 20 प्रभाग |
प्रयास-2: तार के साथ | 4 प्रभाग | 16 प्रभाग |
स्क्रू-गेज द्वारा तार के मापे गये व्यास तथा अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल क्या है?