JEE Advance - Physics Hindi (2022 - Paper 2 Online - No. 16)
जब दिये गये तरंगदैर्ध्य का प्रकाश एक धात्विक पृष्ठ पर आपतित होता है, तब उत्सर्जित फोटोइलेक्ट्रॉनों को रोकने के लिए आवश्यक न्यूनतम विभव $$6.0 \mathrm{~V}$$ है। यह विभव पतन $$0.6 \mathrm{~V}$$ होता है यदि अन्य स्रोत की तरंगदैर्ध्य प्रथम स्रोत की चार गुनी होती है तथा तीव्रता प्रथम स्रोत की आधी होती है। प्रथम स्रोत की तरंगदैर्ध्य तथा धातु का कार्यफलन क्रमशः क्या है? $$\left[\frac{h c}{e}=1.24 \times 10^{-6} \mathrm{~J} \mathrm{~m} \mathrm{C}^{-1}\right.$$ लीजिए $$]$$
$$1.72 \times 10^{-7} \mathrm{~m}, 1.20 \mathrm{~eV}$$
$$1.72 \times 10^{-7} \mathrm{~m}, 5.60 \mathrm{~eV}$$
$$3.78 \times 10^{-7} \mathrm{~m}, 5.60 \mathrm{~eV}$$
$$3.78 \times 10^{-7} \mathrm{~m}, 1.20 \mathrm{~eV}$$
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