किसी प्रेशर पम्प में $$10 \mathrm{~cm}^{2}$$ अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल वाली क्षैतिज नली से पानी $$20 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$$ की चाल से बाहर निकलता है । तो नली के बाहर क्षैतिज रूप से बह रहे पानी द्वारा, नली के सामने स्थित एक ऊध्व्वधर दीवार पर आरोपित बल का मान है :
(दिया है, जल का घनत्व $$=1000 \mathrm{~kg} / \mathrm{m}^{3}$$ )
$$\mathrm{m}$$ द्रव्यमान एवं '$$\mathrm{L}$$' लम्बाई की कोई एकसमान धात्वेक जंजीर, किसी द्रव्यमान रहित एवं घर्षण रहित घिरनी के ऊपर से होकर गुजर रही है । जब इसकी लम्बाई का '$$l$$' भाग, घिरनी के एक तरफ एवं बाकी '$$\mathrm{L}-l$$' भाग दूसरी तरफ लटक रहा है, तो इसे गिरने के लिए स्वतंत्र छोड दिया जाता है। किसी क्षण पर, जब $$l=\frac{L}{x}$$ है, तो जंजीर का त्वरण $$\frac{g}{2}$$ है | $$x$$ का मान होगा _____________
$$200 \mathrm{~g}$$ द्रव्यमान की एक गोली जिसकी प्रारमिक गतिज ऊर्जा का मान $$90 \mathrm{~J}$$ है, इसको एक बडे तालाब में दागा जाता है, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। $$1 \mathrm{~s}$$ में में इसकी गतिज ऊर्जा घट कर $$40 \mathrm{~J}$$ हो जाती है। पूर्णतः विश्राम अवस्था में आने से पहले, गोली द्वारा तय की गई तालाब की न्यूनतम लम्बाई होगी-
माना दो एकसमान सरल लोलक घडियाँ हैं। घडी - $$1$$ पृथ्वी के तल पर है, एवं घडी - $$2$$ किसी स्पेस स्टेशन (अंतरिक्ष केन्द्र) में पृथ्वी के तल से $$h$$ ऊँचाई पर रखी है । घडी - $$1$$ एवं घडी - $$2$$ , $$4 \mathrm{~s}$$ एवं $$6 \mathrm{~s}$$ के आवर्त कालों पर क्रियान्वित होती है। तो $$h$$ का मान होगा
(माना पृथ्वी की त्रिज्या $$R_{E}=6400 \mathrm{~km}$$ एवं पृथ्वी पर $$\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^{2}$$ )
माना $$1 \mathrm{~m}$$ त्रिज्या वाली बेलनाकार टंकी पानी से भरी है। पानी का ऊपरी तल, टंकी की तली से $$15 \mathrm{~m}$$ की ऊँचाई पर है । तली से $$5 \mathrm{~m}$$ की ऊँचाई पर, टंकी की दिवार में एक छेद है। किसी पिस्टन की सहायता से, पानी के ऊपरी तल पर $$5 \times 10^{5} \mathrm{~N}$$ का एक बल आरोपित किया जाता है। छेद से बाहर आने वाली धारा की गति होगी ____________
(दिया है, वातावरण दाब $$P_{A}=1.01 \times 10^{5} \mathrm{~Pa}$$, पानी का घनत्व $$\rho_{\mathrm{W}}=1000 \mathrm{~kg} / \mathrm{m}^{3}$$, गुरुत्वीय त्वरण $$\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^{2}$$ )
$$27^{\circ} \mathrm{C}$$ तापमान पर किसी बर्तन में $$14 \mathrm{~g}$$ नाइट्रोजन गैस रखी है। गैस के अणुओं की वर्ग माध्य मूल चाल को दोगुना करने के लिए गैस को स्थानान्तरीत की जाने वाली आवश्यक ऊष्मा की मात्रा होगी
($$\mathrm{R}=8.32 \mathrm{~J} \mathrm{~mol}^{-1} \mathrm{~k}^{-1}$$ लीजिए)
$$1 \mathrm{~m}$$ लम्बी दो समानान्तर पट्टियों के बीच, $$\mathrm{E}=(8 \mathrm{~m} / \mathrm{e}) \mathrm{V} / \mathrm{m}$$ मान का एकसमान विद्युत क्षेत्र उत्पन्न किया जाता है, (जद्राँ $$\mathrm{m}=$$ इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान एवं $$\mathrm{e}=$$ इलेक्ट्रॉन का आवेश है)। दोनो पट्टियों के बीच सममित रूप से एक इलेक्ट्रॉन $$2 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$$ की चाल से प्रवेश करता है। जब यद्ध इलेक्ट्रान विद्युत क्षेत्र से बाद्र निकलता है, तो इसके पथ में दुए विक्षेप का कोण होगा
नीचे दो कथन दिए गए हैं :
कथन-$$\mathrm{I}$$: $$80 ~\Omega$$ प्रतिरोध के किसी एकसमान तार को चार बराबर भागों में काटा जाता है । अब इन भागों को पार्थ क्रम में जोड दिया जाता है। संयोजन का तुल्य प्रतिरोध $$5 ~\Omega$$ दोगा।
कथन-$$\mathrm{II}$$: किसी विद्युत परिपथ में $$\mathrm{2R}$$ एवं $$\mathrm{3R}$$ मान वाले दो प्रतिरोध पार्ध क्रम में जुडे हैं। $$\mathrm{3R}$$ एवं $$\mathrm{2R}$$ में उत्पन्त दुई उष्मीय ऊर्जाओं का अनुपात $$3: 2$$ होगा।
ऊपर दिए गए कथनों के आलोक में नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वधधिक उपयुक्त उत्तर चुनिए।
एक त्रिभुजाकार तार जिसमें $$10 \mathrm{~A}$$ मान की धारा प्रवाहित हो रही है, इसको $$0.5 \mathrm{~T}$$ मान के किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है । $$\mathrm{CD}$$ भाग पर आरोपित चुम्बकीय बल का मान हैं :
(दिया है $$\mathrm{BC}=\mathrm{CD}=\mathrm{BD}=5 \mathrm{~cm}$$ )
किसी मीनार के शिखर से, एक गेंद को ऊध्वाधर ऊपर की ओर $$19.6 \mathrm{~ms}^{-1}$$ के वेग से फेंका जाता है। गेंद धरातल पर $$6 \mathrm{~s}$$ के बाद पहुँचती है। धरातल से गेंद द्वारा तय की गई अधिकतम ऊँचाई का मान $$\left(\frac{k}{5}\right) \mathrm{m}$$ है, तो $$\mathrm{k}$$ का मान होगा ____________
(माना $$\mathrm{g}=9.8 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^{2}$$ )
$$\rho=\rho_{0}\left(1-\frac{x^{2}}{L^{2}}\right) \mathrm{kg} / \mathrm{m}$$ द्रव्यमान घनत्व एवं $$\mathrm{L}$$ (मीटर में) लम्बाई वाली किसी एक विमीय छड $$(\mathrm{AB})$$ का द्रव्यमान केन्द्र, इसके $$\mathrm{A}$$ सिरे से $$\frac{3 L}{\alpha} \mathrm{m}$$ की दूरी पर है। $$\alpha$$ का मान __________ है।
(जहाँ $$x$$ सिरे $$\mathrm{A}$$ से दूरी है)
$$4 \mathrm{~mm}^{2}$$ अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल और $$0.5 \mathrm{~m}$$ लम्बाई वाली कोई रस्सी, एक $$2 \mathrm{~kg}$$ द्रव्यमान के ठोस पिण्ड से जुडी हुई है। पिण्ड को किसी त्रिज्या $$0.5 \mathrm{~m}$$ त्रिज्या वाले उर्ध्वधर वृत्ताकार पथ पर घुमाया जाता है । वृत्ताकार पथ के निम्नतम बिंदु पर, पिण्ड की चाल $$5 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$$ है। जब पिण्ड वृत्ताकार पथ के निम्नतम बिन्दु पर है तो उस समय रस्सी में उत्पत्र विकृति का मान _________ $$\times 10^{-5}$$ होगा।
(माना यंग गुणांक $$=10^{11} \mathrm{~N} / \mathrm{m}^{2}$$ एवं $$\mathrm{g}=10 \mathrm{~m} / \mathrm{s}^{2}$$ )
कोई वस्तु '$$\mathrm{o}$$', किसी अवतल दर्पण के समक्ष चित्र में दिखाए अनुसार रखी है, जिसके वक्र की त्रिज्या $$200 \mathrm{~cm}$$ है। वस्तु, दर्पण की तरफ $$2 \mathrm{~cm} / \mathrm{s}$$ की चाल से चलना शुरू करती है। यदि वस्तु की प्रारम्भिक दूरी $$100 \mathrm{~cm}$$ है, तो $$10 \mathrm{~s}$$ बाद, प्रतिबिम्ब की स्थिति दर्पण से ___________ $$\mathrm{cm}$$ दूर होगी।