भार $$W$$ तथा लम्बाई $$L$$ की एक क्षैतिज (horizontal) एकसमान बीम (uniform beam) के एक सिरे को उर्ध्वाधर दीवार के एक बिन्दु $$O$$ पर कीलकित (hinged) किया गया है। बीम का दूसरा सिरा $$P$$ एक भारहीन अतान्य (inextensible) डोरी से बंधा है। डोरी का दूसरा सिरा $$Q$$, बिन्दु $$O$$ से $$L$$ ऊंचाई पर बंधा है। बीम के सिरे $$P$$ से $$\alpha W$$ भार का एक गुटका जुड़ा है, जैसा चित्र में दर्शाया गया है। चित्र पैमाने (scale) के अनुसार नहीं है| डोरी अधिकतम तनाव $$(2 \sqrt{2}) \mathrm{W}$$ वहन कर सकती है। निम्न में से कौन सा (से) कथन सही है (हैं) ?
नीचे दिये गए चित्र में, प्रिज्म का प्रिज्म कोण $$\theta=60^{\circ}$$ है। प्रिज्म के बाएँ ओर के आधे हिस्से का अपवर्तनांक (refractive index) $$n_{1}$$ है और दाएँ और के आधे हिस्से का अपवर्तनांक $$n_{2}\left(n_{2} \geq n_{1}\right)$$ है। जब $$n_{1}=n_{2}=n=1.5$$ है तब आपतन कोण (angle of incidence) $$i$$ को इस तरह से लिया जाता है कि आपतित प्रकाश की किरणों का विचलन (deviation) न्यूनतम है। भित्र अपवर्तनांक, $$n_{1}=n$$ और $$n_{2}=n+\Delta n$$ (जहाँ $$\Delta n \ll n$$ ) की स्थिति में निर्गत कोण (angle of emergence) $$e=i+\Delta e$$ हो जाता है। निम्न कथनों में से कौन सा (से) सही है (हैं) ?
$$x y$$-समतल पर दो सकेन्द्रित वृत्ताकार लूप (loop) चित्रानुसार रखे हैं जिनके कॉमन केंद्र मूल बिंदु (origin) पर हैं। इसमें एक की त्रिज्या $$R$$ और दूसरे की त्रिज्या $$2 R$$ है। छोटे लूप में धारा $$I_{1}$$ वामावर्त (anti-clockwise) दिशा में है एवं बड़े लूप में धारा $$I_{2}$$ दक्षिणावर्त (clockwise) दिशा में है, जहाँ $$I_{2} > 2 I_{1}$$ है $$x y$$-समतल के बिन्दु $$(x, y)$$ पर चुम्बकीय क्षेत्र (magnetic field) $$\vec{B}(x, y)$$ से परिभाषित है। निम्न में से कौन सा (से) कथन सही है (हैं) ?
$$1 ~\mathrm{gm} / \mathrm{cc}$$ घनत्व वाले पानी से भरी एक नरम प्लास्टिक बोतल में काँच की एक परखनली (test tube) उल्टी रखी हुई है (चित्र देखें) | परखनली के अन्दर कुछ वायु (आदर्श गैस) फंसी हुई है। मोटे काँच से बनी परखनली का द्रव्यमान $$5 ~\mathrm{gm}$$ है और काँच का घनत्व $$\rho=2.5 ~\mathrm{gm} / \mathrm{cc}$$ है | आरंभ में बोतल को वायुमंडलीय दाब $$p_{0}=10^{5} \mathrm{~Pa}$$ पर बंद किया जाता है जिससे परखनली में फंसी वायु का आयतन $$v_{0}=3.3 ~\mathrm{cc}$$ है। जब नियत (constant) तापमान पर बोतल को बाहर से दबाया जाता है तो उसके अन्दर का दाब बढ़ जाता है और परखनली में प्रग्रहित (trapped) वायु का आयतन कम हो जाता है । यह पाया जाता है कि दाब $$p_{0}+\Delta p$$ पर परखनली बिना अभिविन्यास परिवर्तन के (without changing orientation) डूबने लगती है और इसमें प्रग्रहित वायु का आयतन $$v_{0}-\Delta v$$ हो जाता है। मान लीजिए $$\Delta v=X ~\mathrm{cc}$$ और $$\Delta p=Y \times 10^{3} \mathrm{~Pa}$$ है।
$$X$$ का मान __________ है।
$$1 ~\mathrm{gm} / \mathrm{cc}$$ घनत्व वाले पानी से भरी एक नरम प्लास्टिक बोतल में काँच की एक परखनली (test tube) उल्टी रखी हुई है (चित्र देखें) | परखनली के अन्दर कुछ वायु (आदर्श गैस) फंसी हुई है। मोटे काँच से बनी परखनली का द्रव्यमान $$5 ~\mathrm{gm}$$ है और काँच का घनत्व $$\rho=2.5 ~\mathrm{gm} / \mathrm{cc}$$ है | आरंभ में बोतल को वायुमंडलीय दाब $$p_{0}=10^{5} \mathrm{~Pa}$$ पर बंद किया जाता है जिससे परखनली में फंसी वायु का आयतन $$v_{0}=3.3 ~\mathrm{cc}$$ है। जब नियत (constant) तापमान पर बोतल को बाहर से दबाया जाता है तो उसके अन्दर का दाब बढ़ जाता है और परखनली में प्रग्रहित (trapped) वायु का आयतन कम हो जाता है । यह पाया जाता है कि दाब $$p_{0}+\Delta p$$ पर परखनली बिना अभिविन्यास परिवर्तन के (without changing orientation) डूबने लगती है और इसमें प्रग्रहित वायु का आयतन $$v_{0}-\Delta v$$ हो जाता है। मान लीजिए $$\Delta v=X ~\mathrm{cc}$$ और $$\Delta p=Y \times 10^{3} \mathrm{~Pa}$$ है।
$$Y$$ का मान __________ है।
एक लोलक (pendulum), द्रव्यमान $$m=0.1 \mathrm{~kg}$$ के एक गोलक (bob) और लम्बाई $$L=1.0 \mathrm{~m}$$ के एक द्रव्यमानरहित (massless) तथा न खींचने वाले (inextensible) धागे से बना है । यह एक घर्षणहीन क्षैतिज फर्श (floor) से $$H=0.9 \mathrm{~m}$$ की ऊँचाई पर एक स्थिर बिंदु से लटका हुआ है। आरंभ में गोलक, फर्श पर निलंबन बिन्दु (point of suspension) के ठीक उर्ध्वाधर नीचे स्थिरावस्था मैं है। किसी क्षण, गोलक को $$P=0.2 \mathrm{~kg}$$-$$\mathrm{m} / \mathrm{s}$$ का एक क्षैतिज आवेग (impulse) प्रदान किया जाता है। इस कारण कुछ दूरी तक फिसलने के बाद, गोलक सतह से ऊपर उठ जाता है और धागा तन जाता है (becomes taut)। गोलक के सतह से उठने के तुरंत पहले, निलंबन बिन्दु के सापेक्ष, लोलक का कोणीय संवेग (angular momentum) $$J \mathrm{~kg}$$-$$\mathrm{m}^{2} / \mathrm{s}$$ है। सतह से उठने के तुरंत बाद लोलक की गतिज ऊर्जा $$K$$ Joules है।
$$J$$ का मान _________ है।
एक लोलक (pendulum), द्रव्यमान $$m=0.1 \mathrm{~kg}$$ के एक गोलक (bob) और लम्बाई $$L=1.0 \mathrm{~m}$$ के एक द्रव्यमानरहित (massless) तथा न खींचने वाले (inextensible) धागे से बना है । यह एक घर्षणहीन क्षैतिज फर्श (floor) से $$H=0.9 \mathrm{~m}$$ की ऊँचाई पर एक स्थिर बिंदु से लटका हुआ है। आरंभ में गोलक, फर्श पर निलंबन बिन्दु (point of suspension) के ठीक उर्ध्वाधर नीचे स्थिरावस्था मैं है। किसी क्षण, गोलक को $$P=0.2 \mathrm{~kg}$$-$$\mathrm{m} / \mathrm{s}$$ का एक क्षैतिज आवेग (impulse) प्रदान किया जाता है। इस कारण कुछ दूरी तक फिसलने के बाद, गोलक सतह से ऊपर उठ जाता है और धागा तन जाता है (becomes taut)। गोलक के सतह से उठने के तुरंत पहले, निलंबन बिन्दु के सापेक्ष, लोलक का कोणीय संवेग (angular momentum) $$J \mathrm{~kg}$$-$$\mathrm{m}^{2} / \mathrm{s}$$ है। सतह से उठने के तुरंत बाद लोलक की गतिज ऊर्जा $$K$$ Joules है।
$$K$$ का मान _________ है।
एक परिपथ (circuit) में $$C ~\mu \mathrm{F}$$ धारिता (capacitance) के एक संधारित्र (capacitor) और धातु से बने एक तंतु लैंप (filament lamp) को श्रेणीक्रम में (in series) एक $$200 \mathrm{~V}, 50 \mathrm{~Hz}$$ के एक आपूर्ति स्रोत से जोड़ा गया है। तंतु लैंप में $$500 \mathrm{~W}$$ बिजली की खपत होती है, जब लैंप में विभवपात (voltage drop) $$100 \mathrm{~V}$$ है । मान लें कि इस परिपथ में कोई प्रेरकीय भार (inductive load) नहीं है। दिए गए विभवों के मान वर्ग माध्य मूल (rms) में लें। धारा और आपूर्ति वोल्टता (supply voltage) के बीच कला-कोण (phase-angle) का परिमाण $$\varphi$$ अंश (degree) है। मान लीजिए $$\pi \sqrt{3} \approx 5$$ |
$$C$$ का मान ________ है।
एक परिपथ (circuit) में $$C ~\mu \mathrm{F}$$ धारिता (capacitance) के एक संधारित्र (capacitor) और धातु से बने एक तंतु लैंप (filament lamp) को श्रेणीक्रम में (in series) एक $$200 \mathrm{~V}, 50 \mathrm{~Hz}$$ के एक आपूर्ति स्रोत से जोड़ा गया है। तंतु लैंप में $$500 \mathrm{~W}$$ बिजली की खपत होती है, जब लैंप में विभवपात (voltage drop) $$100 \mathrm{~V}$$ है । मान लें कि इस परिपथ में कोई प्रेरकीय भार (inductive load) नहीं है। दिए गए विभवों के मान वर्ग माध्य मूल (rms) में लें। धारा और आपूर्ति वोल्टता (supply voltage) के बीच कला-कोण (phase-angle) का परिमाण $$\varphi$$ अंश (degree) है। मान लीजिए $$\pi \sqrt{3} \approx 5$$ |
$$\varphi$$ का मान ________ है।
वि० वा० ब० $$(\mathrm{emf}) E$$ के एक सेल के आतंरिक प्रतिरोध $$r_{1}$$ को मापने के लिए $$R_{0}=50 ~\Omega$$ प्रतिरोध के तार वाले एक मीटर ब्रिज, एक $$R_{0} / 2$$ प्रतिरोध, वि० वा० ब० $$E / 2$$ (आतंरिक प्रतिरोध $$r$$ ) के एक अन्य सेल तथा एक धारामापी (Galvanometer) $$G$$ को चित्रानुसार प्रयोग करते हैं। यदि धारामापी में शून्य बिन्दु को मीटर ब्रिज पर $$l=72 \mathrm{~cm}$$ पर पाया जाता है, तब $$r_{1}$$ का मान __________ $$\Omega$$ होगा।