चार परमाणुओं के प्रथम $$\left(I_{1}\right)$$, द्वितीय $$\left(I_{2}\right)$$, तथा तृतीय $$\left(I_{3}\right)$$ आयनन एन्थैल्पी (ionization enthalpy) के मान नीचे सारणी में दिए गए हैं। इन परमाणुओं के परमाणु क्रमांक (atomic number) $$n, n+1, n+2$$, तथा $$n+3$$ हैं, जहाँ $$n < 10$$ है | $$n$$ का मान क्या है ) ?
निम्नलिखित यौगिकों को उनकी द्रव अवस्था में मानते हुए विचार करें :
$$\mathrm{O}_{2}, \mathrm{HF}, \mathrm{H}_{2} \mathrm{O}, \mathrm{NH}_{3}, \mathrm{H}_{2} \mathrm{O}_{2}, \mathrm{CCl}_{4}, \mathrm{CHCl}_{3}, \mathrm{C}_{6} \mathrm{H}_{6}, \mathrm{C}_{6} \mathrm{H}_{5} \mathrm{Cl}$$.
जब एक आवेशित कंघे (charged comb) को इनके प्रवाह के पास लाया जाता है, इनमें से कितने नीचे दिए गए चित्र के अनुसार विचलन प्रदर्शित करेंगे ?
एक पेट्टाइड की संरचना नीचे दी गयी है ।
यदि इस पेप्टाइड पर नेट आवेश का निरपेक्ष मान (absolute value), $$\mathrm{pH}=2, \mathrm{pH}=6$$, तथा $$\mathrm{pH}=11$$ पर क्रमशः $$\left|z_{1}\right|,\left|z_{2}\right|$$ तथा $$\left|z_{3}\right|$$ है, तो $$\left|z_{1}\right|+\left|z_{2}\right|+\left|z_{3}\right|$$ का मान क्या होगा ?
एक प्रयोग में नीचे दर्शाए चित्र I के अनुसार एक पात्र में एक योगिक $$\mathbf{X}$$ (गैस/द्रव/ठोस) के $$m$$ gram को तुला में रखा गया। एक चुम्बकीय क्षेत्र की उपस्थिति में, उस पलड़े, जिस पर $$\mathbf{X}$$ रखा हुआ है, का विस्थापन यौगिक $$\mathbf{X}$$ के अनुसार या तो उर्ध्वमुखी (चित्र II) या अधोमुखी (चित्र III) होता है | सही कथन (कथनों) का चयन करें। (चित्र में Magnetic field absent: चुम्बकीय क्षेत्र अनुपस्थित; Magnetic field present: चुम्बकीय क्षेत्र उपस्थित; magnet: चुम्बक; Balanced: संतुलित; Upward deflection: उर्ध्वमुखी विस्थापन; Downward deflection: अधोमुखी विस्थापन हैं)
$$0.1 ~\mathrm{M}$$ दुर्बल क्षार $$\mathrm{(B)}$$ के एक विलयन का अनुमापन $$0.1 ~\mathrm{M}$$ प्रबल अम्ल $$\mathrm{(HA)}$$ के द्वारा किया गया | $$\mathrm{HA}$$ के मिलाए गए आयतन के साथ विलयन के $$\mathrm{pH}$$ का परिवर्तन नीचे चित्र में दर्शाया गया है (Volume of $$\mathrm{HA}$$ : $$\mathrm{HA}$$ का आयतन) | क्षार का $$\mathrm{p} K_{b}$$ क्या है ? उदासीनीकरण अभिक्रिया इस प्रकार है,
नीचे दिया गया चित्र, $$\mathrm{H}_{2}$$ अणु के तलस्थ इलेक्ट्रॉनिक अवस्था (electronic ground state) में अंतर्नाभिक दूरी (internuclear distance), $$d$$, के सापेक्ष स्थितिज ऊर्जा (potential energy) का आरेख है | इलेक्ट्रॉन-इलेक्ट्रॉन प्रतिकर्षण तथा नाभिक-नाभिक प्रतिकर्षण ऊर्जाएं $$d=d_{0}$$ पर यदि अनुपस्थित हों, तो नेट स्थितिज ऊर्जा $$E_{0}$$ (जैसा की चित्र में दर्शाया गया है) का मान ( $$\mathrm{kJ} ~\mathrm{mol}^{-1}$$ में) क्या है ?
संदर्भ के लिए जब इलेक्ट्रॉन नाभिक से अनन्त दूरी पर है तब $$\mathrm{H}$$ परमाणु की स्थितिज ऊर्जा शून्य मानें। (उपयोग करें: आवोगाद्रो स्थिरांक (Avogadro constant ) $$=6.023 \times 10^{23} \mathrm{~mol}^{-1}$$ )
नीचे दिखाए गए $$\mathbf{P}$$ से $$\mathbf{Q}$$ अभिक्रिया क्रम पर विचार करें। $$\mathbf{P}$$ से मुख्य उत्पाद $$\mathbf{Q}$$ की समग्र लब्धि (overall yield) $$75 \%$$ है $$19.3 \mathrm{~mL} ~\mathbf{P}$$ से प्राप्त उत्पाद $$\mathbf{Q}$$ की gram में मात्रा क्या होगी ? उपयोग करें: $$\mathbf{P}$$ का घनत्व $$=1.00 \mathrm{~g} \mathrm{~mL}^{-1} ; \mathrm{C}, \mathrm{H}, \mathrm{O}$$ तथा $$\mathrm{N}$$ के मोलर द्रव्यमान (molar mass) क्रमश: $$12.0, 1.0,16.0$$ तथा $$14.0 \mathrm{~g} \mathrm{~mol}^{-1}$$ हैं ]
केसिटेराइट (cassiterite) का कोक (coke) के साथ अपचयन करने से टिन प्राप्त होता है। निम्नलिखित आँकड़ों का उपयोग करके, न्यूनतम तापमान ( $$\mathrm{K}$$ में), जिस पर कोक द्वारा केसिटेराइट का अपचयन होता है, क्या होगा ?
ताप $$298 \mathrm{~K}: \Delta_{f} H^{0}\left(\mathrm{SnO}_{2}(s)\right)=-581.0 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1}, \Delta_{f} H^{0}\left(\mathrm{CO}_{2}(g)\right)=-394.0 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1}, S^{0}\left(\mathrm{SnO}_{2}(s)\right)=56.0 \mathrm{~J} \mathrm{~K}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}, S^{0}(\mathrm{Sn}(s))=52.0 \mathrm{~J} \mathrm{~K}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}, S^{0}(\mathrm{C}(s))=6.0 \mathrm{~J} \mathrm{~K}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}, S^{0}\left(\mathrm{CO}_{2}(g)\right)=210.0 \mathrm{~J} \mathrm{~K}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}$$. मानें कि सभी एन्थैल्पी और एन्ट्रॉपी ताप पर निर्भर नहीं करते हैं।
$$0.05 ~\mathrm{M} ~\mathrm{Zn}^{2+}$$ के एक अम्लीकृत विलयन को $$0.1 ~\mathrm{M} ~\mathrm{H}_{2} \mathrm{~S}$$ से संतृप्त (saturate) किया जाता है | $$\mathrm{ZnS}$$ के अवक्षेपण को रोकने के लिए $$\mathrm{H}^{+}$$ की कितने न्यूनतम मोलर सांद्रता (M) की आवश्यकता होगी ?
(उपयोग करें: $$K_{\mathrm{sp}}(\mathrm{ZnS})=1.25 \times 10^{-22}$$ तथा $$\mathrm{H}_{2} \mathrm{S}$$ का समग्र वियोजन स्थिरांक (overall dissociation constant), $$K_{\mathrm{NET}}=K_{1} K_{2}=1 \times 10^{-21}$$ )