निम्नलिखित अभिक्रिया पर विचार करें :
$$4 \mathrm{HNO}_{3}(1)+3 \mathrm{KCl}(\mathrm{s}) \rightarrow \mathrm{Cl}_{2}(\mathrm{~g})+\mathrm{NOCl}(\mathrm{g})+2 \mathrm{H}_{2} \mathrm{O}(\mathrm{g})+3 \mathrm{KNO}_{3}(\mathrm{~s})$$
$$\mathrm{KNO}_{3}$$ के $$110.0 \mathrm{~g}$$ को उत्पन्न करने के लिए आवश्यक $$\mathrm{HNO}_{3}$$ की मात्रा है :
(दिया गया है: $$\mathrm{H}, \mathrm{O}, \mathrm{N}$$ एवं $$\mathrm{K}$$ के परमाणु द्रव्यमान क्रमशः $$1,16,14$$ एवं $$39$$ हैं ।)
नीचे 4 इलेक्ट्रॉनों की क्वांटम संख्याएँ दी गई हैं :
A. $$\mathrm{n}=3,1=2, \mathrm{~m}_{1}=1, \mathrm{~m}_{\mathrm{s}}=+1 / 2$$
B. $$\mathrm{n}=4, \mathrm{l}=1, \mathrm{~m}_{1}=0, \mathrm{~m}_{\mathrm{s}}=+1 / 2$$
C. $$\mathrm{n}=4,1=2, \mathrm{~m}_{1}=-2, \mathrm{~m}_{\mathrm{s}}=-1 / 2$$
D. $$\mathrm{n}=3,1=1, \mathrm{~m}_{1}=-1, \mathrm{~m}_{\mathrm{s}}=+1 / 2$$
ऊर्जा के बढ़े का सद्री क्रम है :
$$ \begin{aligned} &\mathrm{C}(\mathrm{s})+\mathrm{O}_{2}(\mathrm{~g}) \longrightarrow \mathrm{CO}_{2}(\mathrm{~g})+400 \mathrm{~kJ} \\ &\mathrm{C}(\mathrm{s})+\frac{1}{2} \mathrm{O}_{2}(\mathrm{~g}) \longrightarrow \mathrm{CO}(\mathrm{g})+100 \mathrm{~kJ} \end{aligned}$$
जब $$60 \%$$ शुद्धता के कोयले को अपर्यास ऑकसीजन की उपस्थति में जलाया जाता है तो कार्बन का $$60 \%$$ भाग '$$\mathrm{CO}$$' में एवं शेष भाग '$$\mathrm{CO}_{2}$$' में परिवतित दो जाता है । $$0.6 \mathrm{~kg}$$ कोयले को जलाने पर उत्पन्न ऊष्मा है :
$$0.01 \mathrm{~M} \mathrm{~HCl}$$ is के $$200 \mathrm{~mL}$$ को $$0.01 \mathrm{~M} \mathrm{~H}_{2} \mathrm{SO}_{4}$$ के $$400 \mathrm{~mL}$$ के साथ मिलाया गया । मिश्रण का $$\mathrm{pH}$$ __________ है।
(दिया गया है : $$\log 2=0.30, \log 3=0.48, \log 5=0.70, \log 7=0.84, \log 11=1.04$$)
$$\mathrm{Cu}(\mathrm{II})$$ के अष्टफलकीय संकुल संरचनात्मक विकृति (जान-टेलर) प्रदर्शित करते हैं । दिए गए $$\mathrm{Cu}(\mathrm{II})$$ संकुलों में कौन-सा अधिकतम संरचनात्मक विकृति प्रदर्शित करेगा ?
(en - एथिलीनडाइऐमीन ; $$\mathrm{H}_{2} \mathrm{N}-\mathrm{CH}_{2}-\mathrm{CH}_{2}-\mathrm{NH}_{2}$$ )
नीचे दो कथन दिए गए हैं । एक अभिकथन $$\mathrm{A}$$ एवं दूसरा को कारण $$\mathrm{R}$$ है ।
अभिकथन $$\mathrm{A}$$ : ऐमिलोस जल में अविलेय है ।
कारण $$\mathrm{R}$$ : ऐमिलोस 200 से अधिक ग्लूकोस इकाइयों वाला एक रेखिक दीर्घ अणु है ।
उपर्युक्त कथनों के आधार पर नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे सही उत्तर को चुनें।
$$62.5 \mathrm{~cm}^{3}$$ एथेनॉल में एक विलेय $$\mathrm{A}$$ के $$1.80 \mathrm{~g}$$ को घोला गया तथा विलयन का हिमांक $$155.1 \mathrm{~K}$$ पाया गया । विलेय $$\mathrm{A}$$ का मोलर द्रव्यमान ___________ $$\mathrm{g} \mathrm{~mol}^{-1}$$ है ।
(दिया गया है: एथेनॉल का हिमांक $$156.0 \mathrm{~K}$$ है । एथेनॉल का घनत्व $$0.80 \mathrm{~g} \mathrm{~cm}^{-3}$$ है । एथेनॉल का हिमांक अवनमन स्थिरांक $$2.00 \mathrm{~K} \mathrm{~kg} \mathrm{~mol}^{-1}$$ है ।)
एक सेल
$$\mathrm{Cu}(\mathrm{s})\left|\mathrm{Cu}^{2+}(0.001 \mathrm{M}) \| \mathrm{Ag}^{+}(0.01 \mathrm{M})\right| \mathrm{Ag}(\mathrm{s})$$
के लिए $$298 \mathrm{~K}$$ पर सेल विभव $$0.43 \mathrm{~V}$$ पाया गया है $$\mathrm{Cu}^{2+} / \mathrm{Cu}$$ के लिए मानक इलेक्ट्रोड विभव का मान _______________ $$\times ~10^{-2} \mathrm{~V}$$ है ।
$$[$$ दिया गया है : $$E_{A{g^ + }/Ag}^\Theta = 0.80\,V$$ तथा $${{2.303RT} \over F} = 0.06V$$ ]
मान लीजिए कि वृद्धि करते हुए एक पेड़ ने एक सूक्ष्म रेडियो एक्टिव तत्व $$X$$ जिसकी अर्द्धआयु 30 वर्ष है, की $$1 \mu \mathrm{g}$$ मात्रा को अवशोषित कर लिया है । 100 वर्षों बाद पेड़ में $$\mathrm{X}$$ की मात्रा जो रह जाएगी, वह _____________ $$\times 10^{-1} \mu \mathrm{g}$$ है ।
[दिया गया है $$-\ln 10=2.303 ; \log 2=0.30$$ ]