नीचे दो कथन दिए हैं एक को अभिकथन $$\mathrm{A}$$ तथा दूसरे को कारण $$\mathrm{R}$$ लेबल किया है ।
अभिकथन $$\mathbf{A}$$ : शून्य कक्षक अतिव्यापन, प्रावस्था से बाहर अतिव्यापन है।
कारण $$\mathbf{R}$$ : यह कक्षकों के भिन्र अभिविन्यास निकट आने की दिशाओं में भित्रता के कारण होता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से उपरोक्त कथनों के लिए सही उत्तर चुनिए।
नीचे दो कथन दिए हैं एक को अभिकथन $$\mathrm{A}$$ तथा दूसरे को कारण $$\mathrm{R}$$ लेबल किया है।
अभिकथन $$\mathrm{A}$$ : धातु के ऑक्साइड का अपचयन सुगम हो जाता है, यदि धातु ठोस अवस्था की अपेक्षा द्रव अवस्था में बने ।
कारण $$\mathrm{R}$$ : $$\Delta G^{\ominus}$$ का मान अधिक ऋणात्मकता की ओर चला जाता है, क्योंकि द्रव अवस्था की एन्ट्रापी, ठोस अवस्था की अपेक्षा उच्च होती है ।
नीचे दिए गए विकल्पों में से उपरोक्त कथनों के लिए सही उत्तर चुनिए।
नीचे दो कथन दिए हैं एक को अभिकथन $$\mathrm{A}$$ तथा दूसरे को कारण $$\mathrm{R}$$ लेबल किया गया है ।
अभिकथन $$\mathrm{A}$$ : परमेंगनेट अनुमापन को हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की उपस्थिति में नहीं करते हैं।
कारण $$\mathrm{R}$$ : हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के ऑक्सीकरण के परिणाम स्वरूप क्लोरीन उत्पन्त होती है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से उपरोक्त कथनों के लिए सर्वाधिक उचित उत्तर चुनिए।
सूची I का मिलान सूची II से कीजिए।
सूची I (संकुल) | सूची II (संकरण) | ||
---|---|---|---|
A. | $$\mathrm{Ni}(\mathrm{CO})_{4}$$ | I. | $$\mathrm{sp}^{3}$$ |
B. | $$\left[\mathrm{Ni}(\mathrm{CN})_{4}\right]^{2-}$$ | II. | $$\mathrm{sp}^{3} \mathrm{d}^{2}$$ |
C. | $$\left[\mathrm{Co}(\mathrm{CN})_{6}\right]^{3-}$$ | III. | $$\mathrm{d}^{2} \mathrm{sp}^{3}$$ |
D. | $$\left[\mathrm{CoF}_{6}\right]^{3-}$$ | IV. | $$\mathrm{dsp}^{2}$$ |
नीचे दिए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।
नीचे दो कथन दिए है । एक को अभिकथन $$\mathrm{A}$$ तथा दूसरे को कारण $$\mathrm{R}$$ लेबल दिया है ।
अभिकथन $$\mathrm{A}$$ : एनिलीन का नाइट्रेशन, एनिलीन के आर्थो, मैटा तथा पैरा व्युत्पत्र देता है ।
कारण $$\mathrm{R}$$ : नाइट्रोकरण करने वाला मिश्रण, प्रबल अम्लों का एक मिश्रण होता है ।
नीचे दिए विकल्पों में से, उपरोक्त कथनों के लिए सर्वाधिक उचित उत्तर चुनिए।
नीचे दो कथन दिए हैं । एक को अभिकथन तथा दूसरे को कारण लेबल किया है ।
अभिकथन $$\mathrm{A}$$$ : पतली परत वर्णलेखन एक अधिशोषण वर्णलेखन है ।
कारण $$\mathrm{R}$$ : पतली परत वर्णलेखन में सिलिका जेल की एक पतली परत, उपयुक्त साइज की ग्लास प्लेट पर फैला दी जाती है । यह परत अधिशोषक का कार्य करती है ।
नीचे दिए विकल्पों में से, उपरोक्त कथनों के लिए सर्वधधिक उचित उत्तर चुनिए।
हाइड्रोजन परमाणु से विसर्जित इलेक्ट्रॉन की तरंग-देर्घ्य $$3.3 \times 10^{-10} \mathrm{~m}$$ है । इस इलेक्ट्रॉन द्वारा निम्नतम अवस्था में शोषित ऊर्जा, इसके परमाणु से पलायन के लिये आवश्यक ऊर्जा से ______________ गुनी है । (निकटतम पूर्णांक में)
[दिया है : $$\mathrm{h}=6.626 \times 10^{-34} \mathrm{~J} \mathrm{~s}$$ ] इलेक्ट्रॉन की संहति $$=9.1 \times 10^{-31} \mathrm{~kg}$$$$600 \mathrm{~K}$$ पर $$\mathrm{NO}$$ के $$2$$ मोल को $$\mathrm{O}_{2}$$ के $$1$$ मोल से मिश्रेत किया गया है।
$$2 \mathrm{NO}_{(\mathrm{g})}+\mathrm{O}_{2}(\mathrm{~g}) \rightleftarrows 2 \mathrm{NO}_{2}(\mathrm{~g})$$
कुल दाब $$1 \mathrm{~atm}$$ पर अभिक्रिया साम्य अवस्था में पहुंच जाती है । निकाय का विश्लेषण दर्शाता है कि आक्सीजन के $$0.6$$ मोल साम्य अवस्था में उपस्थित हैं । अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक ___________ है। (निकटतम पूर्णांक में)
एक कार्बनिक यौगिक के $$0.125 \mathrm{~g}$$ के नमूने का विश्लेषण ड्यूमा की विधि से करने पर नाइट्रोजन की $$22.78 \mathrm{~mL}, \mathrm{KOH}$$ विलयन के उपर, $$280 \mathrm{~K}$$ तथा $$759 \mathrm{~mm} \mathrm{~Hg}$$ पर प्राप्त हुई। दिये गये कार्बनिक यौगिक में नाइट्रोजन की प्रतिशतता __________ है | (निकटतम पूर्णांक में)
दिया है :
$$\mathrm{(a)}$$ $$280 \mathrm{~K}$$ पर जल का वाष्पदाब है $$14.2 \mathrm{~mm} \mathrm{~Hg}$$.
$$\mathrm{(b)}$$ $$\mathrm{R}=0.082 \mathrm{~L} \mathrm{~atm} \mathrm{~K}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}$$