$z$-अक्ष पर स्थित एक अनंत लम्बाई के तार में $I$ धारा $+z$-दिशा में प्रवाहित हो रही है जिससे चुम्बकीय क्षेत्र $\vec{B}$ बनता है। बिंदु $(-\sqrt{3} a, a, 0)$ से बिंदु $(a, a, 0)$ तक की सरल रेखा पर रेखीय समाकलन (line integral) $\int \vec{B} \cdot \overrightarrow{d l}$ का परिमाण होगा
[ $\mu_0$ मुक्त आकाश की चुंबकीय पारगम्यता है|]
घर्षणरहित, क्षैतिज, अचालक तथा त्रिज्या $R$ के एक वृत्ताकार वलय पर समान आवेश $q$ एवं द्रव्यमान $m$ की दो मणिकाओं (beads) को लगाया गया है। एक मणिका को वलय के किसी बिंदु पर चिपका दिया गया है जबकि दूसरी मणिका अपनी साम्यावस्था के सापेक्ष वलय पर लघु दोलन (small oscillations) करती है| इन लघु दोलनों की कोणीय आवृत्ति के वर्ग का मान होगा
[ $\varepsilon_0$ मुक्त आकाश की विद्युतशीलता है|]
रेखीय द्रव्यमान घनत्व $\mu$ व $4 \mu$ तथा लम्बाई $L$ व $2 L$, क्रमशः, की दो एकसमान डोरियों को बिंदु 0 पर जोड़कर दृढ़ बिंदुओं $P$ और $Q$ पर चित्रानुसार बांधा गया है। डोरियों में एकसमान तनाव $T$ है| यदि आवृत्ति $v_0=\frac{1}{2 L} \sqrt{\frac{T}{\mu}}$ से परिभाषित है तो निम्न में से कौन सा(से) कथन सही है(हैं)?
एक समतल-उत्तल (plano-convex) ठोस तली वाले 1.6 अपवर्तनांक के काँच के बीकर को चित्र में दर्शाया गया है| उत्तल सतह (SPU) की वक्रता त्रिज्या $9 \mathrm{~cm}$ है जबकि समतल पृष्ठ (STU) एक दर्पण की तरह काम करता है| इस बीकर में अपवर्तनांक $n$ के एक द्रव को QPR सतह तक भरा जाता है। यदि $h$ (चित्र मे OT) उचांई पर स्थित बिंदु बिंब $O$ का प्रतिबिंब स्वयं पर बनता है तो निम्न में से कौन सा(से) विकल्प सही है(हैं)?
एक पदार्थ की तापाश्रित (temperature dependent) विशिष्ट ऊष्मा धारिता सूत्र $C=k T$ से निर्धारित है, जहाँ $k$ एक उपयुक्त विमा का नियतांक SI इकाई में है, और $T$ पदार्थ का परम तापमान (absolute temperature) है| यदि $1 \mathrm{~kg}$ पदार्थ का तापमान $-73^{\circ} \mathrm{C}$ से $27^{\circ} \mathrm{C}$ तक बढ़ाने पर $n k$ ऊष्मा की आवश्यकता होती है, तो $n$ का मान _________ होगा|
[दिया है: $0 \mathrm{~K}=-273^{\circ} \mathrm{C}$ ]
एकपरमाणुक आदर्श गैस का एक मोल, चित्र में दर्शाये दाब-तापमान आरेख (P-T diagram) के अनुसार चक्रीय प्रक्रम $\mathrm{J} \rightarrow \mathrm{K} \rightarrow \mathrm{L} \rightarrow \mathrm{M} \rightarrow \mathrm{J}$ करता है|
नीचे दिए गए List-I की प्रत्येक प्रविष्टि का List-II की उचित प्रविष्टि से मेल कर सही विकल्प चुनें।
$[\mathcal{R}$ गैस नियतांक है|]
List-I | List-II |
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(P) पूर्ण चक्रीय प्रक्रम में किया गया कार्य | (1) $RT_0 - 4RT_0 \ln 2$ |
(Q) JK प्रक्रम के दौरान गैस की आंतरिक उर्जा में परिवर्तन | (2) $0$ |
(R) KL प्रक्रम के दौरान गैस को दी गयी ऊष्मा | (3) $3RT_0$ |
(S) MJ प्रक्रम के दौरान गैस की आंतरिक उर्जा में परिवर्तन | (4) $-2RT_0 \ln 2$ |
(5) $-3RT_0 \ln 2$ |
चार एकसमान भुजा $a$ वालीं, वर्गाकार, पतली धातु की शीटें (sheets), $S_1, S_2, S_3$ एवं $S_4$ एक दूसरे के समानान्तर बराबर दूरी $d(\ll a)$ पर चित्रानुसार रखी हैं। दिया है कि $C_0=\varepsilon_0 a^2 / d$, जहाँ $\varepsilon_0$ मुक्त आकाश की विद्युतशीलता (permittivity) है।
नीचे दिए गए List-। की प्रत्येक प्रविष्टि का List-II की उचित प्रविष्टि से मेल कर सही विकल्प चुनें|
List-I | List-II |
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(P) $S_2$ एवं $S_3$ को वियोजित (not connected) रखने पर, $S_1$ एवं $S_4$ के बीच की धारिता का मान है | (1) $3C_0$ |
(Q) $S_2$ को $S_3$ से लघुपथित (short) करने पर, $S_1$ एवं $S_4$ के बीच की धारिता का मान है | (2) $\frac{C_0}{2}$ |
(R) $S_2$ को $S_4$ से लघुपथित (short) करने पर, $S_1$ एवं $S_3$ के बीच की धारिता का मान है | (3) $\frac{C_0}{3}$ |
(S) $S_3$ को $S_1$ से एवं $S_2$ को $S_4$ से लघुपथित (short) करने पर, $S_1$ एवं $S_2$ के बीच की धारिता का मान है | (4) $\frac{2C_0}{3}$ |
(5) $2C_0$ |
प्रकाश की एक किरण $n$ अपवर्तनांक वाले एक गोले की सतह पर आपतन कोण $\theta_0$ पर आपतित होती है। यह किरण आंशिक रूप से गोले में अपवर्तन कोण $\phi_0$ से अपवर्तित होकर आंशिक रूप से गोले की पिछली सतह से परावर्तित होती है। यह परावर्तित किरण इसके पश्षात् आंशिक अपवर्तन के बाद गोले से बाहर निकल जाती है। इस निकली हुयी किरण का आपतित किरण के सापेक्ष पूर्ण विचलन कोण $\alpha$ है। नीचे दिए गए List-1 की प्रत्येक प्रविष्टि का List-II की उचित प्रविष्टि से मेल कर सही विकल्प चुनें।
List-I | List-II |
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(P) यदि $n=2$ एवं $\alpha=180^{\circ}$, तो $\theta_0$ के सभी संभव मान होंगे | (1) $30^\circ$ और $0^\circ$ |
(Q) यदि $n=\sqrt{3}$ एवं $\alpha=180^{\circ}$, तो $\theta_0$ के सभी संभव मान होंगे | (2) $60^\circ$ और $0^\circ$ |
(R) यदि $n=\sqrt{3}$ एवं $\alpha=180^{\circ}$, तो $\phi_0$ के सभी संभव मान होंगे | (3) $45^\circ$ और $0^\circ$ |
(S) यदि $n=\sqrt{2}$ एवं $\theta_0=45^{\circ}$, तो $\alpha$ के सभी संभव मान होंगे | (4) $150^\circ$ |
(5) $0^\circ$ |
चित्र में दिखाए गए परिपथ में एक प्रेरक $L$, एक संधारित्र $C_0$ एवं एक प्रतिरोधक $R_0$, एक आदर्श बैटरी के साथ जुड़े हैं| परिपथ में दो कुंजियाँ $K_1$ एवं $K_2$ भी लगी हैं| प्रारंभ में परिपथ में दोनों कुंजियाँ खुली अवस्था में है एवं संधारित्र अनावेशित है| किसी क्षण, कुंजी $\mathrm{K}_1$ को बंद किया जाता है और उसके तुरंत बाद $R_0$ में धारा $I_1$ मापी जाती है जिसका, बहुत देर बाद, स्थायी अवस्था में, मान $I_2$ हो जाता है। तत्पश्षात् कुंजी $K_2$ को बंद करते हैं एवं उसी समय कुंजी $\mathrm{K}_1$ को खोलने पर $C_0$ की वोल्टता (voltage), आयाम $V_0$ एवं कोणीय आवृत्ति $\omega_0$ से, दोलन करती है|
नीचे दिए गए List-। की प्रत्येक प्रविष्टि का List-॥ की उचित प्रविष्टि से मेल कर सही विकल्प चुनें|
List-I | List-II |
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(P) $I_1$ का मान ऐम्पेयर में है | (1) $0$ |
(Q) $I_2$ का मान ऐम्पियर में है | (2) $2$ |
(R) $\omega_0$ का मान kilo-radians $/ \mathrm{s}$ में है | (3) $4$ |
(S) $V_0$ का मान वोल्ट (Volt) में है | (4) $20$ |
(5) $200$ |