नीचे दो कथन दिए गए हैं :
कथन (I) : किसी विशेष यौगिक में किसी तत्व की ऑक्सीकरण अवस्था अणु में दूसरे अन्य परमाणुओं से इलेक्ट्रॉन लब्यि एन्थैल्पी के आधार पर परमाणु द्वारा प्राप्त किया गया आवेश है।
कथन (II) : द्वितीय आवर्त के तत्वों में $$\mathrm{p} \pi-\mathrm{p} \pi$$ आबंध निर्माण, अन्य आवर्तों की तुलना में, अधिक पाया जाता है।
उपर्युक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुने :
जब $$0.05 \mathrm{~M} \mathrm{~CuSO}_4$$ को $$0.01 \mathrm{~M} \mathrm{~K}_2 \mathrm{Cr}_2 \mathrm{O}_7$$ के साथ उपचारित किया जाता है तो $$\mathrm{Cu}_2 \mathrm{Cr}_2 \mathrm{O}_7$$ के हरे रंग का किलयन प्राप्त होता है। दोनों किलयनों को नीचे दिखाए गए प्रकार से पृथक किया जाता है :
अनुमापनात्मक विश्लेपण में प्राथमिक मानक के संदर्भ में असत्य कथनों को पहचानें :
(A) इसे शुष्क अवस्था में शुद्ध रूप में उपलव्ध होना चाहिए।
(B) इसे हवा में रासायनिक परिवतिंत नहीं होना चाहिए।
(C) इसे आर्द्वताग्राही होना चाहिए तथा अन्य रसायनों के साथ तुरंत एवं स्टाइकियोमीद्रिक प्रकार से अभिक्रिया करना चाहिए।
(D) इसे जल में आसानी के साथ विलेय होना चाहिए।
(E) $$\mathrm{KMnO}_4$$ एवं $$\mathrm{NaOH}$$ के प्राथमिक मानक के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुने :
Given below are two statements : one is labelled as Assertion (A) and the other is labelled as Reason (R).
Assertion (A) : Both rhombic and monoclinic sulphur exist as $$\mathrm{S}_8$$ while oxygen exists as $$\mathrm{O}_2$$.
Reason (R) : Oxygen forms $$\mathrm{p} \pi-\mathrm{p} \pi$$ multiple bonds with itself and other elements having small size and high electronegativity like $$\mathrm{C}, \mathrm{N}$$, which is not possible for sulphur.
In the light of the above statements, choose the most appropriate answer from the options given below :
नीचे दो कथन दिए गए हैं: एक को अभिकथन $$(\mathrm{A})$$ तथा दूसरे को कारण $$(\mathrm{R})$$ दर्शाया गया है :
अभिकथन (A) : $$[\mathrm{Co}(\mathrm{en})_2 \mathrm{Cl}_2]^{+}$$ जटिल आयन द्वारा प्रदर्शित किए गए कुल ज्यामितीय समावयव तीन हैं।
कारण (R) : $$[\mathrm{Co}(\mathrm{en})_2 \mathrm{Cl}_2]^{+}$$ जटिल आयन की अष्टफलकीय ज्यामिती होती है।
उपर्युक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुने :
किसी बहु इलेक्ट्रान तंत्र में क्वांटम संख्याओं के निम्न सेटों की उर्जाओं की तुलना करें :
(A) $$\mathrm{n}=4, \mathrm{l}=1$$
(B) $$\mathrm{n}=4,1=2$$
(C) $$\mathrm{n}=3,1=1$$
(D) $$\mathrm{n}=3, \mathrm{l}=2$$
(E) $$\mathrm{n}=4,1=0$$
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुने :
नीचे दो कथन दिए गए हैं: एक को अभिकथन $$(\mathrm{A})$$ तथा दूसरे को कारण $$(\mathrm{R})$$ दर्शाया गया है :
अभिकथन (A) : $$\mathrm{CH}_3 \mathrm{CH}_2 \mathrm{Br}$$ की $$\mathrm{S}_{\mathrm{N}} 2$$ अभिक्रिया की तुलना में $$\mathrm{C}_6 \mathrm{H}_5 \mathrm{CH}_2 \mathrm{Br}$$ की $$\mathrm{S}_{\mathrm{N}} 2$$ अभिक्रिया अधिक आसानी से होती है।
कारण (R) : त्रिकोणीय बाइपिरामिडी संक्रमण अवस्था में विकसित आंशिक रूप से आबन्धित असंकरित $$\mathrm{p}$$-कक्षक फेनिल रिंग के साथ संयुग्मन के द्वारा स्थायीकृत होती है।
उपर्युक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुने :
$$298 \mathrm{~K}$$ पर निम्न अर्ध सेलों का मानक अपचयन विभव दिया गया है :
$$\begin{array}{ll} \mathrm{Cr}_2 \mathrm{O}_7^{2-}+14 \mathrm{H}^{+}+6 \mathrm{e}^{-} \rightarrow 2 \mathrm{Cr}^{3+}+7 \mathrm{H}_2 \mathrm{O}, \mathrm{E}^{\circ}=1.33 \mathrm{~V} \\ \mathrm{Fe}^{3+}(\mathrm{aq})+3 \mathrm{e}^{-} \rightarrow \mathrm{Fe} \qquad \mathrm{E}^{\circ}=-0.04 \mathrm{~V} \\ \mathrm{Ni}^{2+}(\mathrm{aq})+2 \mathrm{e}^{-} \rightarrow \mathrm{Ni} \qquad \mathrm{E}^{\circ}=-0.25 \mathrm{~V} \\ \mathrm{Ag}^{+}(\mathrm{aq})+\mathrm{e}^{-} \rightarrow \mathrm{Ag} \qquad \mathrm{E}^{\circ}=0.80 \mathrm{~V} \\ \mathrm{Au}^{3+}(\mathrm{aq})+3 \mathrm{e}^{-} \rightarrow \mathrm{Au} \qquad \mathrm{E}^{\circ}=1.40 \mathrm{~V} \end{array}$$
दिए गये विद्युत रासायनिक अभिक्रिया पर विचार करें।
उन धातुओं की संख्या जो जलीय विलयन में $$\mathrm{Cr}_2 \mathrm{O}_7^{2-}$$ द्वारा ऑक्सीकृत होंगी, है : __________ |
कथन I : अभिक्रिया $$\mathrm{A}+\mathrm{B} \rightarrow \mathrm{C}$$ का वेग नियम है :
दर $$(\mathrm{r})=\mathrm{k}[\mathrm{A}]^2[B]$$
जब $$\mathrm{A}$$ एवं $$\mathrm{B}$$ दोनों की सान्द्रता दो गुनी कर दी जाए तो अभिक्रिया वेग $$x$$ गुना बढ़ जाएगी।
कथन II :
यह चिन्र $$y$$ कोटि की अभिक्रिया के लिए सांद्रता में परिवर्तन Vs. समय का प्लाट है। $$x+y$$ का मान है _______.
जब जलीय विलयन जिसके $$500 \mathrm{~mL}$$ विलयन में $$x \mathrm{~g}$$ निर्जल $$\mathrm{CuSO}_4$$ उपस्थित हों, उसकी $$32{ }^{\circ} \mathrm{C}$$ पर मोलरता (M) $$2 \times 10^{-1} \mathrm{M}$$ है। इसकी मोललता होगी __________ $$\times 10^{-3} \mathrm{~m}$$. (निकटतम पूर्णांक)
[विलयन का घनत्व $$=1.25 \mathrm{~g} / \mathrm{mL}$$]