धातु जो 400 pm की अक्षीय दूरी (कोर लम्बाई) का एक घनीय निविड संकुलित जालक (cubic close packed lattice) बनाती है, का घनत्व $\left(\mathrm{g} \mathrm{cm}^{-3}\right.$ में $)$ __________ है।
उपयोग करें: धातु का परमाणु द्रव्यमान (atomic mass) $=105.6 ~\mathrm{amu}$ तथा आवोगाद्रो नियतांक $($ Avogadro's constant $)=6 \times 10^{23} \mathrm{~mol}^{-1}$
200 mL 0.010 M बेरियम नाइट्रेट (barium nitrate) को 100 mL 0.10 M सोडियम आयोडेट (sodium iodate) में मिश्रित करने पर बने एक जलीय विलयन में बेरियम आयोडेट (barium iodate) की विलेयता (solubility) $X \times 10^{-6} \mathrm{~mol} ~\mathrm{dm}^{-3}$ है। $X$ का मान ________ है।
उपयोग करें: बेरियम आयोडेट का विलेयता गुणनफल (solubility product) नियतांक $\left(K_{\mathrm{sp}}\right)=1.58 \times 10^{-9}$
फिनॉल (Phenol) का उसके जलीय विलयन से फ्लाई ऐश (fly ash) पर अधिशोषण फ्रॉयन्डलिक समतापीवक्र (Freundlich isotherm) का पालन करता है। एक दिए तापमान पर, $10 \mathrm{mg} \mathrm{g}^{-1}$ तथा $16 \mathrm{mg} \mathrm{g}^{-1}$ फिनॉल के जलीय विलयन से अधिशोषित फिनॉल की सांद्रता क्रमशः $4 \mathrm{mg} \mathrm{g}^{-1}$ तथा $10 \mathrm{mg} \mathrm{g}^{-1}$ मापी गयी है। इसी तापमान पर, $20 \mathrm{mg} \mathrm{g}^{-1}$ फिनॉल के जलीय विलयन से अधिशोषित फिनॉल की सांद्रता ( $\mathrm{mg} \mathrm{g}^{-1}$ में) _________ होगी।
उपयोग करें: $\log _{10} 2=0.3$
एक अभिक्रिया $A+R \rightarrow$ उत्पाद पर विचार करें। इस अभिक्रिया का मापा गया वेग (rate) $k[A][R]$ है। अभिक्रिया के आरम्भ में $R$ की सांद्रता, $[R]_0, A$ की सांद्रता, $[A]_0$, से 10 -गुना अधिक है। इस अभिधारणा के साथ कि $k[R]=k^{\prime}$ स्थिरांक है, इस अभिक्रिया को छद्म प्रथम-कोटि (pseudo first order) की अभिक्रिया माना जा सकता है। इस अभिधारणा के कारण अभिक्रिया की वेग (rate) में आपेक्षिक त्रुटि (relative error) (\% में), जब यह अभिक्रिया $40 \%$ पूर्ण हो गयी हो, _______ है।
[ $k$ तथा $k^{\prime}$ संगत वेग नियतांकों (rate constants) को निरुपित करते हैं]
300 K पर, एक बृहदणु (macromolecule) का आदर्श तनु विलयन परासरण दाब (osmotic pressure) डालता (exert) है जो विलयन (घनत्व $=1.00 \mathrm{~g} \mathrm{~cm}^{-3}$ ) की ऊँचाई ( $h$ ) के पद में व्यक्त किया गया जहाँ $h$ का मान 2.00 cm है। यदि बृहदणु के तनु विलयन की सांद्रता $2.00 \mathrm{~g} \mathrm{dm}^{-3}$ हो, तो बृहदणु के मोलर द्रव्यमान (molar mass) का परिकलन करने पर $\boldsymbol{X} \times 10^4 \mathrm{~g} \mathrm{~mol}^{-1}$ आता है। $\boldsymbol{X}$ का मान _________ है।
उपयोग करें: सार्वत्रिक गैस नियतांक (Universal gas constant, R ) $=8.3 \mathrm{~J} \mathrm{~K}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}$ तथा गुरुत्वीय त्वरण $(g)=10 \mathrm{~m} \mathrm{~s}^{-2}$
एक वैधुत-रासायनिक सेल का ईंधन 1 बार (1 bar) तथा 298 K पर ब्यूटेन (butane) के दहन से आता है। इसका सेल विभव $\frac{\boldsymbol{X}}{F} \times 10^3$ volts है, जहाँ $F$ फेरेडे स्थिरांक (Faraday constant) है। $\boldsymbol{X}$ का मान ________ है।
उपयोग करें: 298 K पर निर्माण की मानक गिब्स ऊर्जायें (Standard Gibbs energies of formation) हैं: $\Delta_f G_{\mathrm{CO}_2}^o=-394 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1} ; \Delta_f G_{\text {water }}^o=-237 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1} ; \Delta_f G_{\text {butane }}^o=-18 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1}$
एक रैखिक ऑक्टासैकैराइड (octasaccharide) (मोलर द्रव्यमान $=1024 \mathrm{~g} \mathrm{~mol}^{-1}$ ) पूर्णतया जल अपघटित हो कर तीन मोनोसैकैराइड (monosaccharide): राइबोस (ribose), 2-डिऑक्सीराइबोस (2-deoxyribose) तथा ग्लूकोस (glucose) देता है। जल अपघटित उत्पादों में पूर्ण मात्रा में उत्पादित मोनोसैकैराइडों में बने हुये $2-$ डिऑक्सीराइबोस (2-deoxyribose) की मात्रा $58.26 \%(\mathrm{w} / \mathrm{w})$(भ ा र / भ ा र) है। एक ऑक्टासैकैराइड अणु में उपस्थित राइबोस (ribose) एकक(एककों) की संख्या ̱_________ है।
उपयोग करे: मोलर द्रव्यमान ( $\mathrm{g} \mathrm{mol}^{-1}$ में): राइबोस $=150,2$-डिऑक्सीराइबोस $=134$, ग्लूकोस $=180$; परमाणु द्रव्यमान (atomic mass, amu में): $\mathrm{H}=1, \mathrm{O}=16$