चित्र में दर्शायी व्यवस्था में, द्रव्यमान $$\mathrm{m} 1, \mathrm{~m}_{2}, \mathrm{~m}_{3}$$ एवं $$\mathrm{m}_{4}$$ के त्वरणों का मान क्रमशः $$a_{1}, a_{2}, a_{3}$$ एवं $$a_{4}$$ है। इस व्यवस्था के लिए निम्न में से कौन सा सम्बंध सत्य है ?
Answer
(A)
$$4 a_{1}+2 a_{2}+a_{3}+a_{4}=0$$
3
चिन्र $$\mathrm{a, b, c}$$ एवं $$\mathrm{d}$$ में किए गए कार्यों के वक्रों को प्रदर्शित किया गया है, जिनमें किए गए कार्यों के मान क्रमशः $$W_{1}, W_{2}, W_{3}$$ एवं $$W_{4}$$ है । किए गए कुल कार्य के मान के घटते क्रम में चारो वक्रों (ग्राफों) को व्यवस्थित कीजिए ।
Answer
(A)
$$W_{3}>W_{2}>W_{1}>W_{4}$$
4
एक ठोस गोलाकार गेंद, अपने अक्ष के सममिति के परितः एक घर्षण रहित क्षैतिज समतल पर घूर्णन कर रही हैं । गेंद की घूर्णन गतिज ऊर्जा एवं इसकी कुल गतिज ऊर्जा का अनुपात है -
Answer
(B)
$$\frac{2}{7}$$
5
नीचे दो कथन दिए गए हैं । इनमें एक को अभिकथन $$\mathrm{A}$$ द्वारा निरूपित किया गया हैं, एवं दूसरे को कारण $$\mathrm{R}$$ द्वारा निरूपित किया गया है ।
अभिकथन $$\mathrm{A}$$ : यदि हम ध्रुव से भूमध्य रेखा (विषुवृत्त रेखा) की तरफ जाते हैं, तो पृथ्वी के गुरुत्वीय त्वरण की दिशा, परिमाण में परिवर्तन के बिना, पृथ्वी के केन्द की तरफ होती है ।
कारण $$\mathrm{R}$$ : भूमध्य रेखा पर, गुरुत्वीय त्वरण की दिशा पृथ्वी के केन्द्र की ओर होती है ।
उपरोक्त कथनों के अनुसार, नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।
Answer
(D)
$$\mathrm{~A}$$ असत्य है, किन्तु $$\mathrm{R}$$ सत्य है ।
6
$$\mathrm{d}$$ व्यास वाले पाइप में, $$v$$ चाल से बह रहे द्रव का घनत्व $$p$$ एवं श्यानता गुणांक $$\eta$$ है । तो रेनॉल्ड संख्या $$R_{\mathrm{e}}$$ का सही सूत्र होगा :
Answer
(C)
$$R_{e}=\frac{\rho \nu d}{\eta}$$
7
किसी बर्तन में ऑर्गन एवं ऑक्सीजन गैसें रखी गई हैं, जिनके द्रव्यमानों का अनुपात $$3: 2$$ है । मिश्रण को $$27^{\circ} \mathrm{C}$$ तापमान पर रखा गया है । इनकी क्रमशः प्रति अणु औसत गतिज ऊर्जाओं का अनुपात होगा :
Answer
(D)
1 : 1
8
चिन्न में दर्शाये हुए, $$15 \mu F$$ वाले संधारित्र पर आवेश का मान ज्ञात कीजिए :
Answer
(A)
$$60 \mu c$$
9
एक समानान्तर पट्टिका संधारिन्न है, जिसकी पट्टियों का क्षेत्रफल $$\mathrm{A}$$ है एवं पट्टियों के बीच की दूरी $$\mathrm{d}=2 \mathrm{~m}$$ है । इस संधारित्र की धारिता $$4 \,\mu \mathrm{F}$$ है । यदि पट्टियों के बीच के आधे स्थान को, $$\mathrm{K}=3$$ परावैद्युतांक वाले किसी परावैद्युत पदार्थ से अर दिया जाता है, तो निकाय की नई धारिता का मान होगा (चित्र में दशाये अनुसार) :
Answer
(C)
$$6 \mu F$$
10
$$0.02 \mathrm{~m}$$ त्रिज्या वाली एवं $$5 \,\mu C$$ के आवेश से आवेशित, 64 एकसमान बूँदों को जोडकर एक बडी बूँद बनाई जाती है । तो बडी बूँद एवं छोटी बूँद के धारा पृष्ठ घनत्वों का अनुपात होगा :
Answer
(B)
4 : 1
11
नीचे दिए गए परिपथ जाल (नेटवर्क) में, बिंदु A एवं बिंदु B के बीच परिणामी प्रतिरोध का मान है :
Answer
(C)
$$5 \Omega$$
12
एक दण्ड चुम्बक जिसके चुम्बकीय आघूर्ण का मान $$2.0 \times 10^{5} \,JT^{-1}$$ है , जो $$B=14 \times$$ $$10^{-5} \,T$$ परिमाण वाले एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में, क्षेत्र की दिशा के अनुदिश रखा है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से $$60^{\circ}$$ तक, दण्ड चुम्बक को घुमाने में किए गए कार्य का मान है :
Answer
(A)
14 J
13
$$L_{1}$$ एवं $$L_{2}$$ स्व-प्रेरकत्व वाली दो कुंडलियाँ, जिनका पारस्परिक प्रेरकत्व $$\mathrm{M}$$ है, श्रेणी क्रम में जुडी हुई हैं । तो संयोजन के तुल्य स्वप्रेरकत्व का मान होगा :
Answer
(D)
$$L_{1}+L_{2}-2 M$$
14
कोई $$1 \mathrm{~m}$$ लम्बाई का धात्विक चालक, $$5\, \mathrm{rad\,s}^{-1}$$ के कोणीय वेग से, अपने एक सिरे के, पूर्व-पदिम दिशा के समानान्तर एक उध्वार्धर तल में घूम रक्षा है। यदि पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $$0.2 \times 10^{-4} \mathrm{~T}$$ है, तो चालक के दोनों सिरों के बीच प्रैरित वैद्युतवाद्कक बल (emf) का मान है :
$$v$$ वेग से गति कर रही आकाशगंगा से आ रहे $$670 \mathrm{~nm}$$ विशिष्ट तरंगदैध्य वाले प्रकाश का तरंगदैर्ध्य $$670.7 \mathrm{~nm}$$ पाया जाता है। $$v$$ का मान है :
Answer
(C)
$$3.13 \times 10^{5} \mathrm{~ms}^{-1}$$
17
$$4500\,\mathop A\limits^o $$ तरंगदैर्घ्य वाले विकिरण से कोई धात्विक पष्ठ प्रदीप्त किया जाता है । उत्सर्जित फॉटो-इलेक्ट्रॉन, $$2 \,\mathrm{mT}$$ मान वाले स्थिर चम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र से $$90^{\circ}$$ का कोण बनाते हुए प्रवेश करते हैं, एवं $$2 \mathrm{~mm}$$ त्रिज्या वाले वृत्ताकार पथ पर घूमने लगते हैं । धातु के कार्यफलन का सक्रिकट मान होगा :
Answer
(A)
1.36 eV
18
समय $$\mathrm{t}=0 \mathrm{~s}$$ पर, किसी गेंद को $$50 \mathrm{~ms}^{-1}$$ के प्रारम्भिक वेग से ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर प्रक्षेपित किया जाता है | $$\mathrm{t}=2 \mathrm{~s}$$ पर कोई दूसरी गेंद समान वेग से उर्ध्वधधर ऊपर की ओर प्रक्षेपित की जाती है । समय $$\mathrm{t}=$$ ______________ $$s$$ पर, दूसरी गेंद पहली गेंद से मिलेगी । $$(g=10$$ $$\mathrm{ms}^{-2}$$ ).
Answer
6
19
$$0.4 \mathrm{~kg}$$ द्रव्यमान की एक गेंद को, एक बल्लेबाज, सीधे गेंदबाज की दिशा में इस प्रकार वापस मारता है कि, गेंद का प्रारम्भिक वेग अपरिवर्तित रहता है, जिसका मान $$15 \mathrm{~ms}^{-1}$$. है । (माना गेंद की गति, सरल रेखीय गति है) तो गेंद पर आरोपित आवेग का मान ______________ $$\mathrm{Ns}$$ है।
Answer
12
20
$$2 \mathrm{~kg}$$ द्रव्यमान वाली 10 गेंदे, एक द्रव्यमान रहित एवं अप्रत्यास्थ रस्सी से इस प्रकार जुडी हुई हैं कि निकाय किसी मेज के किनारे के ऊपर से फिसलने के लिए स्वतंत्र है, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है । जैसे ही छठी गेंद मेज को छोडती है, तो सातवीं एवं आठवीं गेंद के बीच, रस्सी में तनाव
____________ $$\mathrm{N}$$ होगा ।
Answer
36
21
2 किग्रा / मिनट की दर से बह रहे पानी को एक गीजर $$30^{\circ} \mathrm{C}$$ से $$70^{\circ} \mathrm{C}$$ पर ऊष्मित कर देता है। यदि गीजर एक गैस बर्नर पर क्रियान्वित है, तो ईंधन के दहन की दर ______________ $$g \,\min ^{-1}$$ होगी।
[ दहन की ऊषा $$=8 \times 10^{3} \mathrm{Jg}^{-1}$$, पानी की विशिष्ट ऊष्षा $$=4.2 \,\mathrm{Jg}^{-1}\,{ }^{\circ} \mathrm{C}^{-1}$$ ]
Answer
42
22
20 स्वरित्रों को उनकी आवृत्तियों के बढ़ते क्रम में श्रेणीक्रम में जोडा गया है । यदि प्रत्येक स्वरित्र अपने पहले वाले स्वरित्र के सापेक्ष में 4 स्पंद देता है, एवं अंतिम स्वरित्र की आवृत्ति, पहले स्वरित्र की आवृत्ति की दोगुनी है। तो अंतिम स्वरित्र की आवृत्ति _________ $$\mathrm{Hz}$$ होगी।
Answer
152
23
$$10 \mathrm{~cm}$$ लम्बे दो सरल रेखीय तारों में प्रत्येक में $$5 \mathrm{~A}$$ मान की धारा प्रवाहित हो रही है । उन दोनों तारों को एक दूसरे के समानान्तर इस प्रकार रखा जाता है, कि प्रत्येक पर $$10^{-5} \mathrm{~N}$$ मान का बल आरोपित होता है । दोनों तारों के बीच की दूरी _____________ $$\mathrm{cm}$$ होगी।
Answer
5
24
एक छोटा बल्ब किसी टंकी के तल पर रखा है, जिसमें $$\sqrt{7} m$$ की गहराई तक पानी भरा है। पानी का अपवर्तनांक $$\frac{4}{3}$$ है। पानी के तल का क्षेत्रफल $$x \pi \,m^{2}$$, जिससे बल्ब से आने वाला प्रकाश निर्गत हो सकता है। तो $$x$$ का मान _________ है।
Answer
9
25
एक चल सूक्ष्मदर्शी का प्रयोग किसी काँच की पट्टी का अपवर्तनांक ज्ञात करने के लिए किया जाता है । यदि मुख्य पैमाने पर $$1 \mathrm{~cm}$$ में 40 विभाजन है, एवं वर्नियर पैमाने के 50 विभाजन मुख्य पैमाने के 49 विभाजनों के बराबर हैं तो चल सूक्ष्मदर्शी का अल्पतमांक __________ 10$$-$$6 $$m$$ है ।
Answer
5
26
$$6630\,\mathop A\limits^o $$ तरंगदैर्ध्य वाले प्रकाश के द्वारा प्रदीप्त करने पर, किसी तल से उत्सर्जित फोटोइलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा का मान $$0.42 \mathrm{~V}$$ है । यदि देहली आवृत्ति $$x \times$$ $$10^{13} / \mathrm{s}$$ है, तो $$x$$ का मान ______________ (निकटतम पूर्णांक) है।
(दिया है, प्रकाश की चाल $$=3 \times 10^{8} \mathrm{~m} / \mathrm{s}$$, प्लांक नियतांक $$=6.63 \times 10^{-34} \mathrm{Js}$$ )