निम्न लिखित तत्वों में से जिनके $$\mathrm{f}$$ कक्षक उनकी गैसीय निम्नतम अवस्था में आधे भरे हैं, वह है :
(दिया है : परमाणु संख्या $$\mathrm{Sm}=62 ; \mathrm{Eu}=63 ; \mathrm{Tb}=65 ; \mathrm{Gd}=64, \mathrm{Pm}=61$$ )
A. $$\mathrm{Sm}$$
B. $$\mathrm{Eu}$$
C. $$\mathrm{Tb}$$
D. $$\mathrm{Gd}$$
E. $$\mathrm{Pm}$$
निचे दिये विकल्पों में से सही उत्तर है चुनिए :
निम्नलिखित कथनों का मुल्यांकन उनकी सत्यता के लिए कीजिए ।
A. जल के कथनांक का उत्नयन $$0.1 ~\mathrm{M}~ \mathrm{NaCl}$$ तथा $$0.1 ~\mathrm{M}$$ यूरिया के लिए समान होगा।
B. स्थिर काथी मिश्रण अपने संघटन में बिना परिवर्तन के उबलता है।
C. परासरण हमेशा अतिपरासारी विलयन से अल्पपरासरी विलयन की ओर होता है।
D. $$\mathrm{H}_{2} \mathrm{SO}_{4}$$ के $$32 \%$$ विलयन जिसकी मोलरता $$4.09 \mathrm{M}$$ है, का घनत्व $$1.26 ~\mathrm{gmL}^{-1}$$ है।
E. $$\mathrm{KI}$$ के विलयन को सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से संकलित करने पर प्राप्त सॉल ऋणात्मक रूप से आवेशित होता है।
निचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनें :
निम्नलिखित कक्षाओं को ऊर्जा के घटते क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
A. $$\mathrm{n}=3, \mathrm{l}=0, \mathrm{~m}=0$$
B. $$\mathrm{n}=4, \mathrm{l}=0, \mathrm{~m}=0$$
C. $$\mathrm{n}=3, \mathrm{l}=1, \mathrm{~m}=0$$
D. $$\mathrm{n}=3, \mathrm{l}=2, \mathrm{~m}=1$$
क्रम के लिए सही विकल्प है :
निचे दो कथन दिए हैं । एक को अभिकथन $$(\mathrm{A})$$ तथा दूसरे को कारण $$(\mathrm{R})$$ चिन्हित किया है ।
अभिकथन $$\mathrm{(A)}$$ : तत्वों की 3d श्रेणी में d-कक्षकों को भरना आनुक्रमिक होता है ।
कारण $$(\mathrm{R})$$ : 3d श्रेणी के तत्वों की प्रथम आयनन एथैल्पी ग्रुप दो के धातुओं की अपेक्षा अधिक होती है ।
उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए ।
नीचे दिए गए दो कथन हैं:
कथन I: बोरेक्स के मोती को कूपरिक सल्फेट में डुबोकर एक चमकदार लौ में गरम करने पर, मोती का रंग हरा हो जाता है।
कथन II: देखा गया हरा रंग कॉपर(I) मेटाबोरेट के निर्माण के कारण होता है।
ऊपर दिए गए कथनों के आलोक में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनें:
मान लीजिये की कार्बन का दहन निम्न समीकरण अनुसार होता है।
$$2 \mathrm{C}_{(\mathrm{s})}+\mathrm{O}_{2(\mathrm{~g})} \rightarrow 2 \mathrm{CO}(\mathrm{g})$$
$$12 \mathrm{~g}$$ कार्बन को $$48 \mathrm{~g}$$ ऑक्सीजन में जलाने पर उत्पन होने वाली कार्बन मोनोक्साइड का STP पर आयतन है ____________ $$\times 10^{-1} \mathrm{~L}$$ [निकटतम पूर्णांक में]
$$\mathrm{CO}$$ को आदर्श गैस मान लीजिए।
[दिया है : परमाणु संहित $$\mathrm{C}$$ का द्रव्यमान $$12, \mathrm{O}$$ का $$16$$ ग्राम प्रति मोल है एवं आदर्श गैस का STP पर मोलर आयतन $$22.7 \mathrm{~L} \mathrm{~mol}^{-1}$$ है ।)
$$\mathrm{CCl}_{4}(\mathrm{g}), \mathrm{H}_{2} \mathrm{O}(\mathrm{g}), \mathrm{CO}_{2}(\mathrm{g})$$ तथा $$\mathrm{HCl}(\mathrm{g})$$ के लिए विरचन एन्थैलिप्यां है क्रमश: $$-105,-242,-394$$ तथा $$-92 ~\mathrm{kJ} ~\mathrm{mol}^{-1}$$ नीचे दी गई अभिक्रिया के लिए एन्थैल्पी का परिमाण होगा $$\mathrm{kJ} ~\mathrm{mol}^{-1}$$. (निकटतम पूर्णांक में)
$$ \mathrm{CCl}_{4}(\mathrm{g})+2 \mathrm{H}_{2} \mathrm{O}(\mathrm{g}) \rightarrow \mathrm{CO}_{2}(\mathrm{g})+4 \mathrm{HCl}(\mathrm{g}) $$
सिल्वर क्लोराइड की $$298 \mathrm{~K}$$ पर विलेयता है $$1.434 \times 10^{-3} \mathrm{~g} \mathrm{~L}^{-1}$$ सिल्वर क्लोराइड के लिए $$-\log \mathrm{K}_{\mathrm{sp}}$$ का मान होगा _________________ (निकटतम पूर्णांक में)
(दिया है मोलर परमाणु द्रव्यमान : $$\mathrm{Ag}, 107.9 \mathrm{~g} \mathrm{~mol}^{-1}$$
$$ \mathrm{Cl}, 35.5 \mathrm{~g} \mathrm{~mol}^{-1} \text { ) } $$
$$\left[\mathrm{Ti}\left(\mathrm{H}_{2} \mathrm{O}\right)_{6}\right]^{3+}$$ की CFSE $$-96.0 \mathrm{~kJ} / \mathrm{mol}$$ है, तो संकुल का अधिकतम अवशोषण जिस तरंगदैध्यॅ पर होगा, वह है ___________ $$\mathrm{nm}$$. (निकटतम पूर्णांक में)
मान लीजिए ।
प्लांक स्थिरांक $$(\mathrm{h})=6.4 \times 10^{-34} \mathrm{~Js}$$
प्रकाश का वेग $$=3.0 \times 10^{8} \mathrm{~m} / \mathrm{s}$$
आवोगाद्रो स्थिरांक $$=6 \times 10^{23} / \mathrm{mol}$$.