$$\mathrm{MO}$$ सिद्धान्त के आधार पर निम्नलिखित द्विपरमाण्विक अणुओं में से किस/किन में एक इलेक्ट्रॉन हटाने पर आबन्धन प्रबल हो जाता है ?
(A) NO
(B) $$\mathrm{N}_{2}$$
(C) $$\mathrm{O}_{2}$$
(D) $$\mathrm{C}_{2}$$
(E) $$\mathrm{B}_{2}$$
नीचे दिए विकल्पों में से सर्वाधिक उचित उत्तर चुनिए :
लीथियम परमाणु ( $$\mathrm{Li})$$ का निम्नतम अवस्था में आयनन कर सकने वाले प्रकाश की सर्वाधिक दीर्घ तरंगदैर्घ्य $$x \times 10^{-8} \mathrm{~m}$$ है। $$x$$ का मान है ______________। (निकटतम पूर्णांक में)
(दिया है : हाइड्रोजन परमाणु के प्रथम कोश में इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा है $$-2.2 \times 10^{-18} \mathrm{~J} ; \mathrm{h}=6.63 \times 10^{-34} \mathrm{Js}$$ तथा $$\left.\mathrm{c}=3 \times 10^{8} \mathrm{~ms}^{-1}\right)$$
नीचे दी गयी अभिक्रिया
$$4 \mathrm{Fe}(\mathrm{s})+3 \mathrm{O}_{2}(\mathrm{g}) \rightarrow 2 \mathrm{Fe}_{2} \mathrm{O}_{3}(\mathrm{s})$$ के लिए $$298 \mathrm{~K}$$ पर मानक एन्ट्रापी परिवर्तन $$-550 \mathrm{~J} \mathrm{~K}^{-1}$$ है उसी अभिक्रिया के लिए मानक एन्थैल्पी परिवर्तन $$-165 \mathrm{~kJ} \mathrm{~mol}^{-1}$$ दिया है
ताप $$K$$ में जिस पर अभिक्रिया साम्यअवस्था को प्राप्त कर लेती है वह है ____________ । (निकटतम पूर्णांक में)
$$\mathrm{H}_{2} \mathrm{SO}_{4}$$ के $$1 \mathrm{~L}$$ जलीय विलयन में $$0.02 \mathrm{~m}\, \mathrm{mol} \,\mathrm{H_2} \mathrm{SO}_{4}$$ है। इस विलयन के $$50 \%$$ को विआयनित जल से तनु कर $$1 \mathrm{~L}$$ विलयन (A) बनाया गया है। इस विलयन $$\mathrm{A}$$ में $$\mathrm{H}_{2} \mathrm{SO}_{4}$$ के $$0.01 \mathrm{~m} \mathrm{~mol}$$ संकलित कर दिए गये हैं। अन्तिम विलयन में $$\mathrm{H}_{2} \mathrm{SO}_{4}$$ के कुल $$\mathrm{m}$$ mols हैं _______________ $$\times 10^{3} \mathrm{~m}$$ mols. (निकटतम पूर्णांक में)
$$\mathrm{N}_{2} \mathrm{O}_{4}$$ के $$\mathrm{NO}_{2}$$ में $$50 \%$$ विघटन के लिए मानक मुक्त ऊर्जा परिवर्तन $$\left(\Delta \mathrm{G}^{\circ}\right) 27^{\circ} \mathrm{C}$$ तथा $$1 \mathrm{~atm}$$ पर $$-x \mathrm{~J} \mathrm{~mol}^{-1}$$ है। $$x$$ का मान है _____________। (निकटतम पूर्णांक में)
[दिया है : $$\mathrm{R}=8.31 \mathrm{~J} \mathrm{~K}^{-1} \mathrm{~mol}^{-1}, \log 1.33=0.1239, \ln 10=2.3$$ ]
एक सेल में निम्नलिखित अभिक्रियायें होती है :
$$\matrix{ {F{e^{2 + }} \to F{e^{3 + }} + {e^ - }} & {E_{F{e^{3 + }}/F{e^{2 + }}}^o = 0.77\,V} \cr {2{I^ - } \to {I_2} + 2{e^ - }} & {E_{{I_2}/{I^ - }}^o = 0.54\,V} \cr } $$
सेल में स्वत: अभिक्रिया के लिए मानक इलेक्ट्रॉन विभव $$298\, \mathrm{K}$$ पर है $$x \times 10^{-2}\, \mathrm{V}$$. $$x$$ का मान है ___________ | ( निकटतम पूर्णांक में)
$$600 \mathrm{~nm}$$ तरंगदैर्घ्य के प्रकाश को $$\left[\mathrm{Cu}\left(\mathrm{H}_{2} \mathrm{O}\right)_{4}\right]^{2+} \,\mathrm{d}-\mathrm{d}$$ संक्रमण के लिए अवशोषित कर लेता है। $$\left[\mathrm{Cu}\left(\mathrm{H}_{2} \mathrm{O}\right)_{6}\right]^{2+}$$ के लिए अष्टफलकीय क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन ऊर्जा होगी _______________ $$\times 10^{-21} \mathrm{J}$$. (निकटतम पूर्णांक में)
(दिया है : $$\mathrm{h}=6.63 \times 10^{-34} \mathrm{Js}$$ तथा $$\mathrm{c}=3.08 \times 10^{8} \mathrm{~ms}^{-1}$$ )