JEE Advance - Physics Hindi (2020 - Paper 2 Offline - No. 5)
एक ऊष्मारोधी ऊर्ध्वाकार बंद बेलनाकार पात्र की ऊंचाई $$8 \mathrm{~m}$$ है । इस पात्र को एक ऊष्मा-पार्य (diathermic) (आदर्श ऊष्मा सुचालक) विभाजक (द्रव्यमान $$8.3 \mathrm{~kg}$$ ) द्वारा दो बराबर भागों में बांटा गया है (चित्र देखें)। अतः आरम्भ में विभाजक पात्र के ऊपरी तल से $$4 \mathrm{~m}$$ दूरी पर है। प्रत्येक भाग में $$300 \mathrm{~K}$$ तापमान पर आदर्श गैस के $$0.1$$ मोल भरे हैं। विभाजक को मुक्त करने पर यह बिना घर्षण के गतिमान होता है, तथा इस प्रक्रिया में पात्र के एक भाग से दूसरे भाग में गैस का स्थात्रान्तरण नहीं होता है । जब निकाय साम्यावस्था में पहुँचता है तब विभाजक की पात्र के ऊपरी तल से दूरी ($$\mathrm{m}$$ में ) _______________ होगी (गुरुत्वीय त्वरण $$=10 \mathrm{~ms}^{-2}$$ तथा सार्वत्रिक गैस नियतांक $$=8.3 \mathrm{~J} \mathrm{~mol}^{-1} \mathrm{~K}^{-1}$$ लें )|
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