JEE Advance - Physics Hindi (2019 - Paper 2 Offline - No. 6)
एक यंग के द्विझिर्री प्रयोग में झिर्रियों के बीच की दूरी $$d=0.3 \mathrm{~mm}$$ तथा पर्दे की दूरी $$D=1 \mathrm{~m}$$ है। एक समांतर प्रकाश पुंज जिसका तरंगदैर्ध्य $$600 \mathrm{~nm}$$ है झिर्रिय्यों पर $$\alpha$$ कोण से आपतित होता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है । पर्दे पर बिन्दु $$O$$ झिर्रिर्यों से समान दूरी पर है तथा $$P O=11.0 \mathrm{~mm}$$ है। निम्नलिखित कथनों में से कौन सा(से) सही है(हैं) ?
$$\alpha=0$$ के लिए बिन्दु $$P$$ पर संपोषी (constructive) व्यतिकरण होगा।
$$\alpha=\frac{0.36}{\pi}$$ डिग्री के लिए बिन्दु $$P$$ पर विनाशी व्यतिकरण होगा।
$$\alpha=\frac{0.36}{\pi}$$ डिग्री के लिए बिन्दु $$O$$ पर विनाशी (destructive) व्यतिकरण (interference) होगा।
फ़्रिजों के बीच की दूरी $$\alpha$$ पर निर्भर करती है।
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