JEE Advance - Physics Hindi (2019 - Paper 2 Offline - No. 2)
एक भारी, खोखली और सीधी नलिका के अक्ष की दिशा में एक $$m$$ द्रव्यमान का छोटा कण गतिशील है और वह नलिका के दोनों सिरों से प्रत्यास्थी संघट्ट (elastic collision) करता है। नलिका की सतह पर कोई घर्षण नहीं है और इसका एक सिरा एक समतल सतह से बंद है जबकि दूसरे सिरे पर एक समतल सतह वाला भारी चलायमान पिस्टन है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है । जब पिस्टन बंद सिरे से $$L=L_{0}$$ की दूरी पर है तब कण की गति $$v=v_{0}$$ है | पिस्टन को अंदर की ओर बहुत कम गति $$V \ll \frac{d L}{L} v_{0}$$ से चलाते हैं, जहां $$d L$$ पिस्टन का अतिसूक्ष्म (infinitesimal) विस्थापन है । निम्नलिखित कथनों में से कौन सा(से) सही है(हैं) ?
पिस्टन से प्रत्येक संघट्ट के बाद कण की गति $$2 V$$ से बढ़ जाती है।
यदि पिस्टन अंदर कि तरफ $$d L$$ दूरी चलता है तब कण कि गति $$2 v \frac{d L}{L}$$ से बढ़ जाती है।
जब पिस्टन $$L_{0}$$ से $$\frac{1}{2} L_{0}$$ तक जाता है तब कण की गतिज ऊर्जा 4 गुणा अधिक हो जाती है।
कण के पिस्टन से टकराने की दर $$v / L$$ है।
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