JEE Advance - Physics Hindi (2019 - Paper 2 Offline - No. 16)
एक वाद्य यंत्र को चार भित्र धातु की तारों $$1, 2, 3$$ और $$4$$ से बनाया गया है, जिनके एकांक लंबाई के द्रव्यमान (mass per unit length) क्रमशः $$\mu, 2 \mu, 3 \mu$$ तथा $$4 \mu$$ हैं। इस यंत्र के तारों को मुक्त लंबाई $$L_{0}$$ से $$2 L_{0}$$ के बीच परवर्तित करते हुए कंपित करके बजाया जाता है । पाया जाता है कि तार- $$1(\mu)$$ की मुक्त लंबाई $$L_{0}$$ पर तनाव $$T_{0}$$ के कारण मूल विधा की आवृत्ति $$f_{0}$$ है ।
सूची-। में ऊपर दी गयी चार तारें हैं | सूची-I। में किसी मात्रा का परिमाण है ।
सूची-। | सूची-II | ||
---|---|---|---|
(I) | तार-1 $$(\mu)$$ | (P) | $$1$$ |
(II) | तार-2 $$(2 \mu)$$ | (Q) | $$1 / 2$$ |
(III) | तार-3 $$(3 \mu )$$ | (R) | $$1 / \sqrt{2}$$ |
(IV) | तार-4 $$(4 \mu)$$ | (S) | $$1 / \sqrt{3}$$ |
(T) | $$3 / 16$$ | ||
(U) | $$1 / 16$$ |
तार $$1,2,3$$ और $$4$$ की लंबाईयों का मान क्रमशः $$L_{0}, \frac{3 L_{0}}{2}, \frac{5 L_{0}}{4}$$ और $$\frac{7 L_{0}}{4}$$ हैं। तार $$1,2,3$$ और $$4$$ को क्रमशः उनकी प्रथम $$\left(1^{\text {st }}\right)$$, तृतीय $$\left(3^{\text {rd }}\right)$$, पंचम $$\left(5^{\text {th }}\right)$$, तथा चौदहवीं $$\left(14^{\text {th }}\right)$$ गुणावृतियों पर इस तरह से कंपित करते हैं कि सभी तारों की आवृत्तियां समान रहती हैं। चारों तारों के तनाव का $$T_{0}$$ इकाई में सही मिलान होगा,
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