JEE Advance - Chemistry Hindi (2022 - Paper 2 Online - No. 14)
निम्नलिखित में से, बहुलकों के बारे में सही कथन है/हैं
क्लोरोप्रीन के बहुलकीकरण पर प्राकृतिक रबर प्राप्त होती है।
टेफ्लॉन को उच्च दाब पर परसल्फेट उत्प्रेरक के साथ गर्म करके टेट्राफ्लुओरोएथीन से प्राप्त किया जाता है।
PVC तापसुघट्य बहुलक हैं।
एथीन से 350-570 K ताप तथा 1000-2000 $$\mathrm{atm}$$ दाब पर परॉक्साइड प्रारम्भक की उपस्थिति में उच्च घनत्व वाली पॉलिथीन प्राप्त होती है।
Explanation
(A) क्लोरोप्रीन के बहुलकीकरण पर संश्लेषित रबर प्राप्त होता है।
(B) टेट्राफ्लुओरोएथीन को उच्च दाब पर मुक्त मूलक या परसल्फेट उत्प्रेरक के साथ गर्म करने पर टेफ्लॉन बनता है।
(C) पॉलिवाइनिल क्लोराइड (PVC) एक ताप सुघट्य बहुलक है तथा इसका उपयोग हैण्ड बैग, वाइनिल फ्लोरिंग तथा वाटर (जल के) पाइप बनाने में किया जाता है।
(D) परॉक्साइड प्रारम्भक की उपस्थिति में $$350-570 \mathrm{~K} \mathrm{~atm}$$ ताप व $$1000-2000 \mathrm{~atm}$$ दाब पर एथीन से कम घनत्व वाली पॉलिथीन प्राप्त होती है।
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