JEE MAIN - Physics Hindi (2024 - 9th April Evening Shift - No. 29)
यंग द्विझिर्री प्रयोग में प्रयुक्त एकवर्णी प्रकाश की तरंगदैर्ध्य $$500 \mathrm{~nm}$$ है। एक व्यतिकरण प्रारूप एक पर्दे पर प्राप्त होता है। एक झिर्री को एक बहुत पतली काँच प्लेट (अपवर्तनांक = 1.5) से ढक दिया गया हे। अब केन्द्रीय उच्चिष्ठ पूर्व में उपस्थित चीथी फ्रिंज की स्थिति तक विस्थापित हो जाता है। काँच की प्लेट की मोटाई _______ $$\mu \mathrm{m}$$ है।
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