JEE MAIN - Physics Hindi (2022 - 24th June Evening Shift)
1
समान विमाओं वाली भौतिक राशियों का युग्म ज्ञात करोः
Answer
(A)
वेग प्रवणता एवं क्षय नियतांक
2
पृथ्वी एवं सूर्य के बीच की दूरी R है । यदि सूर्य एवं पृथ्वी के बीच की दूरी 3R हो जाए तो वर्ष का काल हो जाएगा:
Answer
(D)
3$$\sqrt{3}$$ वर्ष
3
किसी रस्सी से बँधा हुआ एक m द्रव्यमान का पत्थर ऊध्र्वाधर वृत्त में एकसमान चाल से घुमाया जा रहा है । रस्सी में तनाव है:
Answer
(B)
वृत्तीय पथ के उच्चतम बिंदू पर न्यूनतम
4
$$10 \mathrm{~g}$$ द्रव्यमान के एवं $$2.0 \times 10^{-7} \mathrm{C}$$ आवेश से आवेशित, दो एकसमान कण, एक क्षैतिज मेज पर एक-दूसरे से $$\mathrm{L}$$ दूरी पर इस तरह रखें है कि वो सीमित साम्यावस्था में रहते हैं । यदि प्रत्येक कण एवं मेज के बीच का घर्षण गुणांक $$0.25$$ है, तो $$\mathrm{L}$$ का मान ज्ञात कीजिए ।
[यदि $$\mathrm{g}=10 \mathrm{~ms}^{-2}$$ ]
Answer
(A)
12 cm
5
$$2 \mathrm{k}$$ और $$9 \mathrm{k}$$ स्प्रिंग नियतांक वाली दो द्रव्यमान रहित स्प्रिंगो के मुक्त सिरों से क्रमशः $$50 \mathrm{~g}$$ एवं $$100 \mathrm{~g}$$ के द्रव्यमान लटके हैं। ये दोनों द्रव्यमान इस प्रकार ऊर्ध्वधर रूप से दोलन कर रहे हैं कि इनके अधिकतम वेग समान हैं। इनके अपने-अपने आयामों का अनुपात होगा:
Answer
(B)
3 : 2
6
तीन प्रतिरोधों $$\mathrm{A}=2 \Omega, \mathrm{B}=4 \Omega, \mathrm{C}=6 \Omega$$ के लिए, सर्वाधिक उपयुक्त संयोजन क्या होगा, यदि संयोजन का तुल्य प्रतिरोध $$\left(\frac{22}{3}\right) \Omega$$ है ।
Answer
(B)
A और B के पार्श्व संयोजन के साथ, C का श्रेणी संयोजन
7
विद्युत चुम्बक बनाने के लिए नर्म लोद्रा एक उपयुक्त पदार्थ है । इसका कारण है, क्योंकि नर्म लोटे में होता है
Answer
(C)
उच्च चुम्बकशीलता और निम्न धारणशीलता
8
एक प्रोटोन, एक छयूट्रॉन और एक $$\alpha$$-कण, समान गतिज ऊर्जा से, किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र से लम्बवत कोण पर प्रवेश करते हैं । उनके अपने-अपने वृत्तीय पथ की त्रिज्याओं का अनुपात क्रमशः होगा:
Answer
(D)
$$1: \sqrt{2}: 1$$
9
नीचे दो कथन दिए गए है:
कथन-I: एक ac (प्रत्यावर्ती धारा) परिपथ का प्रतिघात शून्य है । यह संभव है कि परिपथ में एक संधारित्र एवं एक प्रेरक जुड़ा होगा ।
कथन-II: ac परिपथ में, स्रोत के द्वारा प्रदान की गई औसत शक्ति कभी शून्य नहीं होती है ।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनें:
Answer
(C)
कथन-I सत्य है, किन्तु कथन-II असत्य है।
10
r के फलन के रूप में स्थितिज ऊर्जा $$U=\frac{A}{r^{10}}-\frac{B}{r^{5}}$$, द्वारा दी गई है, जहाँ r आंतरिक परमाणवीय दूरी, तथा A और B धनात्मक स्थिरांक हैं । दोनों परमाणुओं के बीच की साम्य दूरी होगी:
Answer
(C)
$$\left(\frac{2 A}{B}\right)^{\frac{1}{5}}$$
11
एक $$5 \mathrm{~kg}$$ द्रव्यमान का पिण्ड धरातल से ऊपर की तरफ ऊर्ध्वाधर फैंका गया । वायु के प्रतिरोध के कारण, $$10 \mathrm{~N}$$ का मंदन बल सम्पूर्ण गति के दौरान लग रहा है । चढने में लगे समय एवं उतरने में लगे समय का अनुपात होगा:
Answer
(B)
$$\sqrt{2}: \sqrt{3}$$
12
हवा से घूमने वाली एक फिरकी (फ्लाई क्हील), स्थिर अवस्था से एकसमान रुप से त्वरित होती है, एवं पहले सेकेन्ड में $$5 \,\mathrm{rad}$$ घूमती है । अगले सेकेन्ड में फिरकी द्वारा घुमा हुआ कोण होगा:
Answer
(B)
15 rad
13
एक $$100 \mathrm{~g}$$ की लोहे की कील, $$1.5 \mathrm{~kg}$$ वाले हथौडे के द्वारा $$60 \mathrm{~ms}^{-1}$$ के वेग से ठोकी जाती है । यदि हथोडे की एक चौथाई ऊर्जा, कील को गर्म करने में व्यय होती है, तो कील के तापमान में कितनी वृद्धि होगी ? [लौहे की विशिष्ट ऊष्माधारिता $$=0.42 \,\mathrm{Jg}^{-1}{ }^{\circ} \mathrm{C}^{-1}$$ ]
Answer
(C)
$$16.07^{\circ} \mathrm{C}$$
14
यदि किसी संधारित्र का आवेश $$2 \,\mathrm{C}$$ बढा दिया जाए, उसमें संचित ऊर्जा $$44 \%$$ प्रतिशत बढ जाती है । संधारित्र पर वास्तविक आवेश (कूलाम्ब में) है
Answer
(A)
10
15
एक लम्बे बेलनाकार आयतन पर एकसमान रूप से वितरित आवेश का घनत्व $$\rho$$ है । इस बेलनाकार आयतन की त्रिज्या R है । एक आवेशित कण (q), इस बेलन के चारों तरफ वृत्तीय पथ पर घूमता है । उस आवेशित कण की गतिज ऊर्जा है:
Answer
(A)
$$\frac{\rho q R^{2}}{4 \varepsilon_{o}}$$
16
एक बिजली के बल्ब को $$200 \mathrm{~W}$$ शक्ति देने के लिए बनाया गया है । $$4 \mathrm{~m}$$ की दूरी पर, इस बल्ब से आ रहे विकिरण में उपस्थित चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान क्या होगा ? माना यह बल्ब $$3.5 \%$$ दक्षता वाला एक बिंदू स्रोत है ।
Answer
(B)
$$1.71 \times 10^{-8} \mathrm{~T}$$
17
दो अलग-अलग आवृत्तियों के प्रकाश जिनके फोटॉनों की ऊर्जायें क्रमशः $$3.8 \,\mathrm{eV}$$ एवं $$1.4$$ $$\mathrm{eV}$$ हैं, ये एक धात्विक तल को जिसका कार्यफलन $$0.6 \,\mathrm{eV}$$, है को क्रमशः प्रकाशित करते हैं । दोनों आवृत्तियों के प्रकाश के लिए उत्सर्जित इलैक्ट्रॉनों की अधिकतम चालों का अनुपात होगा:
Answer
(B)
2 : 1
18
दो प्रकाश किरण पुंजों का प्रयोग व्यतिकरण के लिए किया जाता है, जिनकी तीव्रताओं का अनुपात $$9: 4$$ है । तीव्रताओं के उच्चिष्ठ एवं निम्निष्ठ का अनुपात होगा:
Answer
(D)
25 : 1
19
हाइड्रोजन परमाणु के बोर मॉडल में, माना K, P और E इलेक्ट्रॉन की क्रमशः गतिज ऊर्जा, स्थितिज ऊर्जा, एवं कुल ऊर्जा हैं । जब इलेक्ट्रॉन उच्च स्तर के लिए पारगामित होता है, तो सही विकल्प चुनिए:
Answer
(B)
K घटता है, P एवं E बढ़ते हैं
20
एक पिण्ड क्षैतिज से $$45^{\circ}$$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है । इसका वेग $$2 \mathrm{~s}$$ बाद $$20 \mathrm{~ms}^{-1}$$ है | गति के दौरान, पिण्ड द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई का मान _____________ $$\mathrm{m}$$ होगा । (यदि $$\mathrm{g}$$ $$=10 \mathrm{~ms}^{-2}$$ )
Answer
20
21
समान आयाम एवं समान आवृत्ति की दो गतिशील तरंगे एक रस्सी पर विपरीत दिशाओं में चल रही हैं। ये व्यतिकरण करके एक स्थिर तरंग उत्पत्र करती हैं, जिसका समीकरण है $$y=\left(10 \cos \pi x \sin \frac{2 \pi \mathrm{t}}{\mathrm{T}}\right) \mathrm{cm}$$
$$x=\frac{4}{3} \mathrm{~cm}$$ पर, कण का आयाम ______________ cm होगा।
Answer
5
22
दिए हुए परिपथ में, धारा $$\mathrm{I}_{\mathrm{L}}$$ का मान _____________ $$\mathrm{mA}$$ होगा । (जब $$\mathrm{R}_{\mathrm{L}}=1 \mathrm{k} \Omega$$ )
Answer
5
23
$$\sqrt{3}$$ अपवर्तनांक वाले काँच के गुटके पर प्रकाश की एक किरण $$60^{\circ}$$ आपतन कोण पर आपतित होती है । अपवर्तन के पश्चात, प्रकाश किरण दूसरे समानान्तर फलक से इस प्रकार बाहर आती है, कि आपतित किरण एवं निर्गत किरण के बीच पार्श्विक विस्थापन $$4 \sqrt{3} \mathrm{~cm}$$ है I काँच के गुटके की मोटाई _________________ cm है ।
Answer
12
24
एक 1000 फेरे वाली वृत्ताकार कुंडली जिसमें प्रत्येक फेरे का क्षेत्रफल $$1 \mathrm{~m}^{2}$$ है, एक चक्कर प्रति सैकेंड की दर से, $$0.07 \mathrm{~T}$$ के एकसमान क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र में, अपने ऊध्र्वाधर व्यास के परितः घूमती है । उत्पत्र हुआ अधिकतम वोल्टेज (विभव) _____________ $$\mathrm{V}$$ होगा ।
Answer
440
25
कोई एकल-परमाणवीय गैस, $$\frac{\mathrm{Q}}{4}$$ कार्य करती है, जहाँ Q उसको दी गई ऊष्मा का मान है । इस रूपान्तरण के दौरान गैस, की मोलर ऊष्माधारिता _______________ R होगी।