JEE MAIN - Physics Hindi (2016 - 10th April Morning Slot - No. 12)

'$$r$$' त्रिज्या के धातु वृत्तीय-तार-लूप का पृष्ठ, $$B=B_{0} \mathrm{e}^{-t} \tau$$ द्वारा बदलते हुए चुम्बकीय-क्षेत्र के लम्बवत रखा है। जहाँ समय $$t=0$$ पर $$B_{0}$$ तथा $$\tau$$ अचर हैं। यदि लूप का प्रतिरोध $$R$$ है, तब काफी ज्यादा समय $$(t \rightarrow \infty)$$ गुजरने के बाद उस लूप में पैदा हुई ऊर्जा है :
$$\frac{\pi^{2} r^{4} B_{0}^{4}}{2 \tau R}$$
$$\frac{\pi^{2} r^{4} B_{0}^{2}}{2 \tau R}$$
$$\frac{\pi^{2} r^{4} B_{0}^{2} R}{\tau}$$
$$\frac{\pi^{2} r^{4} B_{0}^{2}}{\tau R}$$

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