JEE MAIN - Physics Hindi (2015 (Offline) - No. 7)

ग्रीष्म ऋतु की गर्म रात्रि में, भू-तल के निकट, वायु का अपवर्तनांक न्यूनतम होता है और भू-तल से ऊँचाई के साथ बढ़ता जाता है। यदि, कोई प्रकाश-किरण-पुंज क्षैतिज दिशा में जा रहा हो तो, हाइगेन्स के सिद्धान्त से यह परिणाम प्राप्त होता है कि, चलते हुए प्रकाश-किरण पुंज :
नीचे की ओर झुक जायेगा।
ऊपर की ओर झुक जायेगा।
संकुचित (संकीर्ण) हो जायेगा।
बिना विक्षेपित हुए, क्षैतिज दिशा में चलता रहेगा।

Comments (0)

Advertisement