JEE MAIN - Chemistry Hindi (2023 - 6th April Morning Shift - No. 3)
दी गई अभिक्रिया के लिये
$$\mathrm{RCH}_2 \mathrm{Br}+\mathrm{F}^{-} \stackrel{\text { Acetone }}{\longrightarrow} \underset{\text { major }}{\mathrm{RCH}_2 \mathrm{I}}+\mathrm{Br}^{-}$$
सत्य कथन है:
अभिक्रिया में उपयोग किया गया विलायक वेग निर्धारण क्रम में बने आयनों को विद्राविक कर देता है।
$$\mathrm{Br}^{-}$$ स्पर्धात्मक नामिकस्नेही की तरह कार्य कर सकता है।
ऐसिटिक अम्ल में भी अभिक्रिया हो सकती है।
ऊपर दी गई अभिक्रिया में बनी संक्रमण अवस्था स्थानासीमित ऋणायनों से कम ध्रुवीय होती है।
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