अन्त बिन्दु का आकलन स्पेक्ट्रमी प्रकाशमितीयत: (प्रकाश अवशोषण द्वारा) किया जाता है। यदि '$$\mathrm{M}$$' तथा '$$\mathrm{C}$$' प्रकाश का अवशोषण नहीं करते तथा केवल '$$\mathrm{L}$$' करता है, तो संलग्नी '$$\mathrm{L}$$' के आयतन के विरुद्ध
अवशोषित प्रकाश $$\mathrm{(A)}$$ का अनुमापन प्लाट निम्न की तरह दिखेगा :
Answer
(B)
4
निम्न अभिक्रिया क्रम में बना मुख्य उत्पाद $$\mathrm{B}$$ है :
Answer
(B)
5
निम्न में से कौन सबसे ज्यादा ध्रुवीय यौगिक है ?
Answer
(A)
6
निम्न अभिक्रिया का मुख्य उत्पाद है :
Answer
(A)
7
निम्न अभिक्रिया का मुख्य उत्पाद है :
Answer
(A)
8
यदि एक अभिक्रिया की $$50 \%$$ अभिक्रिया $$100$$ सेकण्ड में होती है तथा $$75 \%$$ अभिक्रिया $$200$$ सेकण्ड में होती है तो इस अभिक्रिया की कोटि है :
Answer
(B)
$$1$$
9
निम्न प्रक्रमों में से किसमें $$\Delta S$$ ॠणात्मक है ?
अम्लीय माध्यम में नाइट्रोबेन्ज़ीन में $$9.65$$ एम्पीयर विद्युत $$1.0$$ घण्टे तक प्रवाहित करने पर प्राप्त $$\mathrm{p}$$-ऐमीनोफिनॉल की मात्रा होगी :
Answer
(A)
$$9.81 \mathrm{~g}$$
11
एक अज्ञात क्लोरोहाइड्रोकार्बन में $$3.55 \%$$ क्लोरीन है। यदि हाइड्रोकार्बन के प्रत्येक अणु में केवल एक क्लोरीन परमाणु है, तो $$1 \mathrm{~g}$$ क्लोरोहाइड्रोकार्बन में उपस्थित क्लोरीन परमाणु हैं :
गैस प्रावस्था अभिक्रिया $$2 \mathrm{NO}_{2}(\mathrm{g}) \rightarrow \mathrm{N}_{2} \mathrm{O}_{4}(\mathrm{g})$$ एक ऊष्मा-क्षेपी अभिक्रिया है। $$\mathrm{NO}_{2}(\mathrm{g})$$ तथा $$\mathrm{N}_{2} \mathrm{O}_{4}(\mathrm{g})$$ के साम्य मिश्रण में $$\mathrm{N}_{2} \mathrm{O}_{4}$$ का विघटन निम्न से बढ़ सकता है :
Answer
(D)
नियत दाब पर एक अक्रिय गैस डालने से
13
निम्न में से कौन सा गलत कथन है ?
Answer
(B)
सुक्रोस तथा ऐमिलोस में 1,2 -ग्लाइकोसिडीय बंध होता है।
14
गलत ज्यामिति निरूपित करने वाला है :
Answer
(C)
$$\mathrm{NF}_{3}$$ - त्रिसमनताक्ष समतली
15
अम्लीय अवस्था में निम्न में से कौन सा यौगिक सबसे शीघ्रता से निर्जलीकृत होकर ऐल्कीन बनाता है ?
Answer
(B)
4-हाइड्राक्सीपेन्टेन-2-ओन
16
$$\mathrm{NaOH}$$ के विलयन के मानकीकरण के लिए निम्न में से किसे एक प्राथमिक मानक के रूप में प्रयोग में लाया जाता है ?
Answer
(C)
आक्सैलिक अम्ल
17
जब $$\mathrm{KNO}_{3}$$ की तरह किसी ऑक्सीकारक कर्मक की उपस्थिति में $$\mathrm{XO}_{2}$$ को एक क्षार धातु हाइड्रॉक्साइड के साथ गलित किया जाता है, तो एक गहरे हरे रंग का उत्पाद बनता है जो एक अम्लीय विलयन में असमानुपातित होकर एक गहरा बैंगनी विलयन देता है। $$\mathrm{X}$$ है :
Answer
(D)
$$\mathrm{Mn}$$
18
निम्न में से कौन सा संकुल ज्यामिति समावयवता दर्शाता है ?
Answer
(A)
एक्वाक्लोरो बिस ( एथिलीनडTइऐमीन ) कोबाल्ट (II) क्लोराइड
19
निम्न रूपान्तरों में किसमें आकार तथा संकरण दोनों का परिवर्तन होता है ?
विल्किन्सन उत्प्रेरक में, केन्द्रीय धातु आयन का संकरण तथा उसका आकार क्रमशः हैं :
Answer
(C)
$$\mathrm{dsp}^{2}$$, वर्ग समतली
21
एक अवाष्पशील तथा विद्युत-अनपघट्य विलेय की मात्रा (मोलर संहति $$=50 \mathrm{~g} \mathrm{~mol}^{-1}$$), जिसको $$114 \mathrm{~g}$$ ऑक्टेन के वाष्प दाब को $$75 \%$$ कम करने के लिए, मिलाने की आवश्यकता पड़ती है, है :
Answer
(C)
$$150 \mathrm{~g}$$
22
गलत कथन है :
Answer
(B)
$$\mathrm{HCl}$$ विलयन की उपस्थिति में, $$\mathrm{Cu}^{2+}$$ तथा $$\mathrm{Ni}^{2+}$$ आयन $$\mathrm{H}_{2} \mathrm{S}$$ के साथ काले रंग का अवक्षेप देता है।
23
$$320 \mathrm{~K}$$ पर, एक गैस $$\mathrm{A}_{2}$$ का $$20 \%$$, वियोजित होकर $$\mathrm{A}(\mathrm{g})$$ बनता है। $$320 \mathrm{~K}$$ तथा $$1 \mathrm{~atm}$$ पर $$\mathrm{J} \mathrm{~mol}^{-1}$$ में मानक मुक्त ऊर्जा परिवर्तन लगभग होगी :